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न्यू फरक्का एक्सप्रेस के डिब्बे बेपटरी होने से आधा दर्जन से अधिक की मौत, दर्जनों घायल

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लखनऊ। अभी लोग 2016 में उत्तर प्रदेश में कानपुर के पुखरांया में हुए भीषण ट्रेन हादसे को पूरी तरह भूले भी नही थे कि आज सुबह जनपद रायबरेली के हरचंदपुर स्टेशन के आउटर पर हुए हादसे में न्यू फरक्का एक्सप्रेस का इंजन समेत तकरीबन आधा दर्जन से अधिक डिब्बों के बेपटरी हो जाने के चलते आधा दर्जन से अधिक लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। वहीं दर्जनों को घायल हालत में अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। हादसे की खबर मिलते ही रेलवे समेत शासन-प्रशासन के तमाम आला अफसरान मौके पर पहुंच गए हैं। वहीं एनडीआरएफ की टीम के साथ पुलिस और प्रशासन की टीमों समेत स्थानीय निवासी भी बचाव और राहत कार्य में जुटे हुए हैं।

मिली जानकारी के मुताबिक  रायबरेली के पास हरचंदपुर रेलवे स्टेशन के आउटर पर आज सुबह करीब 6 बजे न्यू फरक्का एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई। न्यू फरक्का एक्सप्रेस के इंजन सहित 9 डिब्बे पटरी से उतर गए। जब ये हादसा हुआ तब कई सारे यात्री नींद में थे। यात्रियों ने बताया कि ऐसा लगा की ट्रेन में जोरदार धमाका हुआ और ट्रेन की बोगियां पलटने लगी। बेगी पलटते ही यात्री की नींद खुल गई और चीख-पुकार मच गई। आसपास के गांवों के सैकड़ों लोग एकत्र हो गए। स्थानीय लोगों ने बोगियों में फंसे लोगों को निकालने में मदद की।

स्थानीय राहुल तिवारी ने बताया कि लगभग सभी लोग सो नींद में थे। लेकिन अचानक बोगियों में हरकत हुई तो लोग एक-दूसरे पर गिरने लगे। चीख पुकार मच गई। ट्रेन की कई बोगियां पटरी से उतर गई थी। हादसे की आवाज से आसपास गांव के लोगों की भी नींद खुली गई मदद के लिए तुरंत घटनास्थल पर आ गए। मदद के लिए आठ किमी दूर से भी लोग मौके पर पहुंचे हैं।

वहीं एक और यात्री के मुताबिक वह स्लीपर क्लास में गेट पर खड़े थे। ट्रेन की स्पीड ज्यादा भी नहीं थी। अचानक बोगियां पलटने लगी। मैंने संभलने की कोशिश की। लेकिन मेरे ऊपर लोग गिरने लगे। कूदकर भागा और एंबुलेंस को फोन किया। आरबी बताते हैं कि वे त्रिवेणी ट्रेन से जाने वाले थे। लेकिन वह तीन घंटे लेट थी। इसलिए फरक्का पकड़ी थी।

वहीं हादसे का मुआयना करने के लिए रेलवे बोर्ड अध्यक्ष हरचंदपुर पहुंच रहे हैं। लोहानी दुर्घटना की जानकारी होते ही दिल्ली से लखनऊ आए और एयरपोर्ट से सीधे रायबरेली रवाना हो गए। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर आनंद कुमार ने बताया कि दुर्घटनास्थल पर नजर रखने के लिए ड्रोन व लांग रेंज कैमरा का इस्तेमाल किया जा रहा है। फिलहाल, लखनऊ और वाराणसी से एनडीआरएफ की टीमे मौके पर पहुंच चुकी हैं। ग्रामीण और रेलवे स्टेशन कर्मचारी यात्रियों को बचाने में जुटे हैं।

इसके साथ ही रायबरेली के जिला अधिकारी और पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंच गए हैं। इनके अलावा रेलवे के एडीआरएम काजी मेराज घटनास्थल पर पहुंचे हैं। बताया जा रहा है कि इंजन के पीछे लगे डिब्बे एक के बाद एक पलटते चले गए। कुल 8 बोगियां क्षतिग्रस्त हुई हैं। इसमें स्लीपर भी शामिल हैं। हादसे के बाद ट्रेन यातायात प्रभावित हो गया है। एडीआरएम काजी मेराज का कहना है कि 4 बोगियां पलटी हैं। हादसे में 7 लोगों की मौत हुई है। घायलों की संख्या भी 40 के करीब है।

वहीं रेलवे द्वारा द्वारा हेल्पलाइन न जारी किये गये हैं जो इस प्रकार हैं। दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन BSNL- 05412-254145, रेलवे 027-73677, पटना स्टेशन BSNL- 0612-2202290, 0612-2202291, 0612-220229, रेलवे 025-83288

वहीं हादसे में मृतकों का विवरण कुछ इस पकार है।
– अजय पुरी (45) पुत्र भुटकानंद पुरी, निवास- भाग कपलेटा, थाना टेहरागाच किशन गंज (बिहार)
– दिनेश मांझी (4) पुत्र रसिकलाल मांझी, निवास- लक्ष्मीपुर, थाना हवेली खड़कपुर, मुंगेर (बिहार)
– सुनीता (45) पत्नी मोहन, निवास- किशनपुर, थाना हवेली खड़कपुर, मुंगेर (बिहार)
– रीता (4) पुत्री मोहन मांझी, निवास- किशनपुर, थाना हवेली खड़कपुर, मुंगेर (बिहार)
– शम्भू (20 वर्ष) पुत्र मोहन मांझी, निवास- किशनपुर, थाना हवेली खड़कपुर, मुंगेर (बिहार)

वहीं इस दर्दनाक हादसे पर प्रधानमंत्री मोदी ने दुख व्यक्त करते हुए एक ट्वीट के जरिये मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की हैं। साथ ही घायलों के शीघ्र स्वथ होने की कामना की है। जबकि रेल मंत्री पीयूष गोयल ने राहत एवे बचाव कार्य के निर्देश के साथ ही जांच के भभ् आदेश दिये हैं। जो कि रेलवे सुरक्षा आयोग उत्तर रेलवे द्वारा किया जाएगी।

इसके अलावा उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर नजर बना रखी है। उन्होंने जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक और एनडीआरएफ को हरसभंव मदद पहुंचाने का निर्देश दिया है। सीएम योगी ने डीडीपी ओपी सिंह से भी बात की है। घायलों को जल्द मदद दिलाने के निर्देश दिए हैं। वहीं सीएम योगी ने रायबरेली ट्रेन हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों के लिए 2-2 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है। साथ ही घायलों के लिए 50-50 हजार रुपये का मुआवजे का एलान किया है।

ज्ञात हो कि बीते वर्ष 20 नवंबर 2016 में भी  उत्तर प्रदेश में कानपुर के पास पुखरांया में पटना-इंदौर एक्सप्रेस ट्रेन के 14 डिब्बे पटरी से उतर गए। इस हादसे में 150 लोगों की मौत हो गई और 150 से अधिक लोग घायल हो गए। यह देश के सबसे बड़े ट्रेन हादसों में से एक था। इसके बाद रेलवे ने रेल हादसों को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने का वादा किया था।

 

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