डेस्क। फिर एक बार चुनावी मौसम आया और लोगों ने मंदिर को अपना मुद्दा बनाया। जी! ये वो कड़वी हकीकत है जो हम सभी बरसों से महसूस करते आ रहे हैं। इसी क्रम में अब तमाम अरसे से लापता चल रहे प्रवीण तोगड़िया भी मंदिर के नाम पर एक बार फिर अपनी सियासत चमकाने में जी जान से जुट गये हैं।
गौरतलब है कि जिस तरह से अचानक फिर से चुनावी माहौल के बीच अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के संस्थापक प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि केंद्र सरकार व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विकल्प मिल गया है। अयोध्या में परमहंस की समाधि पर अपने समर्थकों को सम्बोधित करते हुए तोगड़िया ने कहा कि भाजपा ने राम मंदिर को चुनावी जुमला बना दिया है। अगला प्रधानमंत्री जो भी आएगा वो राम मंदिर बनाने वाला होगा।
उन्होंने वर्तमान केंद्र व राज्य सरकार को निशाने पर रखते हुए कहा कि ये सरकार राम भक्तों को अयोध्या में खाना और छत नहीं दे रही है। बल्कि सत्ता में आने के लिए राम मंदिर की बात करने वाले अब बाबर के नाम मस्जिद बनाने की बात कर रहे हैं। अगर भारत में कहीं भी बाबर के नाम मस्जिद बनती है तो इसे हिंदू समाज बर्दाश्त नहीं करेगा।
इतना ही नही बल्कि तोगड़िया ने ‘मंदिर नहीं तो वोट नहीं’ का नारा देते हुए कहा कि इस संकल्प को लेकर अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के कार्यकर्ता गांव-गांव जाएंगे और आम जनता को जागरुक करेंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार मंदिर के नाम पर हिंदुओं को बेवकूफ बना रही है। नई सरकार बनते ही कैबिनेट में राम मंदिर को राष्ट्रीय स्मारक घोषित कर जमीन अधिग्रहण कर मंदिर बनाने का प्रस्ताव लाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी मन की बात करते हैं, मैं दिल से बात करता हूं।