डेस्क। भले ही इंसान ने जमीं से आसमां तक लिख डाली हो अपनी तरक्की और कामयाबी की इबारत लेकिन आज भी वो पा न सका महज एक मच्छर पर काबू पा सकने की महारत। जी! समय के साथ मच्छर ने इंसान और उसकी बचाव की तमाम कोशिशों पर पानी ही फरा है। इसी क्रम में अब एक और चौंकाने वाली खबर तो ये है कि अब बिना आए बुखार आप हो सकते हैं डेंगू का शिकार।
गौरतलब है कि डेंगू के मुख्य लक्षणों में से एक है बुखार आना लेकिन अगर आपको लगता है कि तेज बुखार ही इस बीमारी का पहला संकेत है तो एक बार फिर सोचें। दुर्लभ मामलों में, व्यक्ति बिना किसी बुखार के डेंगू वायरस से संक्रमित हो सकता है। यह बात एम्स के डॉक्टरों ने प्रकाशित केस स्टडी में कही। दरअसल हाल में किये गए अध्ययन में बताए गए मामले में सामने आया कि 50 साल की एक महिला को बिना बुखार के डेंगू हुआ था। उसने लगातार थकान के कारण ब्लड टेस्ट्स करवाया। रेड सेल्स, व्हाइट सेल्स और प्लेटलेट्स के लो काउंट होने से डॉक्टरों ने डेंगू का टेस्ट करवाया।
डॉक्टरों के मुताबिक डेंगू मरीज जिन्हें बुखार नहीं होता है, वे बूढ़े, डायबेटिक या अन्य इम्यूनिटी संबंधित दिक्कतों से गुजर रहे होते हैं। डेंगू का यह एकमात्र मामला नहीं है जहां एक लक्षण गायब था। कई डॉक्टरों ने पिछले साल और इस साल भी ऐसे मामले देखे थे। डॉक्टरों के मुताबिक जिन मरीजों को बुखार नहीं होता, उनके महत्वपूर्ण लक्षणों में बैचेनी, उल्टी, बदन दर्द और कमजोरी शामिल होती है।
जर्नल ऑफ द एसोसिएशन ऑफ फिजिशन्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित स्टडी में एम्स के डॉक्टर बताते हैं कि अगर किसी क्षेत्र या इलाके में डेंगू बहुत ज्यादा फैला हुआ हो तो ऐसी जगह पर मरीजों में अगर ल्युकोपीनिया यानी वाइट सेल्स काउंट में कमी और प्लेटलेट्स काउंट में कमी देखी जाए तो बुखार न होने पर भी मरीज के डेंगू की जांच की जानी चाहिए।