नई दिल्ली। देश की बेहद अहम जांच एजेंसी सीबीआई में जारी घमासान और तमाम और मामलों पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एनएसए अजीत डोभाल ने आज बखूबी अपना पक्ष रखते हुए बेहद ही अहम बातें कहीं। जिसके तहत उन्होंने जहां ये कहा कि भारत को इस समय ऐसी निर्णायक सरकार की जरूरत है, जो देशहित में कड़े फैसले ले सके। वहीं उन्होंने कहा, ‘हम पर जनता के प्रतिनिधियों का नहीं, उनके बनाए कानूनों का शासन है, इसलिए कानून का राज बेहद अहम है।’
गौरतलब है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एनएसए अजीत डोभाल ने आज सरदार पटेल मेमोरियल में कहा कि हम पर जनता के प्रतिनिधियों का नहीं बल्कि उनके द्वारा बनाए गए कानूनों का शासन है, इसलिए कानून का राज़ बहुत अहम है। उन्होंने कहा कि देखिए चीन की अलीबाबा और अन्य बड़ी कंपनियों को चाइनिज सरकार ने कितनी मदद दी है। हमें भी चाहिए कि भारत में प्राइवेट सेक्टर की कंपनियों के भारतीय रणनीतिक हितों को बढ़ावा देना चाहिए।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारत को अगले दस साल तक एक ताकतवर, स्थिर और निर्णायक फैसले लेने वाली सरकार चाहिए। उन्होंने कहा कि कमजोर गठबंधन सरकार के लिए बुरा है। उन्होंने कहा कि अगले कुछ साल भारत कमजोर सरकार बर्दाश्त नहीं कर सकता है क्योंकि वह सख्त फैसले नहीं ले सकती है।
इतना ही नही बल्कि डोभाल ने कहा कि सभी डिफेंस हार्डवेयर को 100 प्रतिशत टेक्नोलॉजी में बदलने की जरूरत है। यही नई सरकार की पॉलिसी है। उन्होंने कहा कि अगर हमें बड़ी शक्ति बनना है तो हमारी अर्थव्यवस्था बड़ी होनी चाहिए, इसे विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी होना चाहिए और यह तब हो सकता है जब यह तकनीकी रूप से आगे हो।
इसके अलावा उन्होंने बेहद अहम बात कही कि लोकप्रिय आवश्यकताओं को राष्ट्रीय आवश्यकताओं पर प्राथमिकता नहीं देनी चाहिए। यह एक प्रलोभन है कि आप चीज लेते हैं या आप राष्ट्रीय हित में ऐसी चीज करने से बचना चाहिए, लेकिन शायद थोड़े समय के लिए वे लोगों को कुछ दर्द दे सकता है।