नई दिल्ली। कांग्रेसी नेता शाशि थरूर द्वारा दिये गए विवादित बयान को लेकर अब एक बार फिर कांग्रेस और भाजपा में घमासान मच गया है। दरअसल थरूर ने फिर मोदी को लेकर एक बेहद ही विवादित बयान दिया है। जिसके तहत उन्होंने कहा है कि बेंगरलुरु में आयोजित लिटरेचर फेस्टिवल में उन्होंने कहा कि आरएसएस के एक सूत्र ने पत्रकार से कहा कि संघ के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिवलिंग पर बैठे बिच्छू की तरह हैं। जिसे न हाथ से हटाया जा सकता है और न ही चप्पल से मारा जा सकता है।
थरूर ने कहा कि बिच्छू को अगर हाथ से हटाया तो बुरी तरह से काट लेगा। अपनी किताब ‘The Paradoxical Prime Minister’ पर बात करते हुए थरूर ने कहा कि मोदी का मौजूदा व्यक्तित्व उनके समकक्षों के लिए निराशा का विषय बन गया है। ‘मोदित्व, मोदी प्लस हिंदुत्व’ के चलते वे संघ से भी ऊपर हो चुके हैं। उन्होंने केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा कि मौजूदा सरकार में मंत्रालय और अधिकार प्राप्त अफसरों को भी अपने फैसले पर प्रधानमंत्री दफ्तर से सहमति का इंतजार करना पड़ रहा है।
थरूर ने तंज कसते हुए कहा कि अब गृह मंत्री को पता नहीं है कि सीबीआई डायरेक्टर को बदला जा रहा है। विदेश मंत्री को सरकार की विदेश नीति में बदलाव की जानकारी नहीं है और रक्षा मंत्री को आखिरी पल तक राफले सौदे में किए गए बदलावों के बारे में पता नहीं होता। शशि थरूर ने अयोध्या में राममंदिर निर्माण को लेकर विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि कोई भी अच्छा हिंदू नहीं चाहता कि अयोध्या में राममंदिर बने।
जबकि वहीं भाजपा ने इस पर पलटवार करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से माफी की मांग की है। केंद्रीय कानून मंत्री ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि थरूर ने देवी देवताओं का अपमान किया है, यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि शिवभक्त राहुल गांधी को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि थरूर का यह बयान कांग्रेस की हताशा दिखता है।