लखनऊ। देश की राजधानी दिल्ली पर मंडराते प्रदूषण के भयावह खतरे को देखते और प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ही कई इलाकों में अभी से हवा में प्रदूषण का स्तर खतरनाक होने के चलते सरकार ने अहम कदम उठाने शुरू कर दिये हैं। जिसके तहत फिलहाल राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में उत्तर प्रदेश के सहारनपुर एवं बुलंदशहर जिलों में प्रदूषण फैलाने वाली 20 फैक्ट्रियों को बंद करने के आदेश दिए गए हैं। सहारनपुर के मुख्य पर्यावरण अधिकारी ने 20 फैक्ट्रियों को बंद करने के आदेश दिए हैं। विभाग इससे पूर्व डेढ़ दर्जन फैक्ट्रियां बंद करा चुका है।
गौरतलब है कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी एसआर मौर्या ने बताया कि 6 एल्युमीनियम, 5 लेड, 5 फाऊंड्री और एक हौजरी समेत कुल 17 फैक्ट्रियों को बंद किए जाने का आदेश दिया है। जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडे ने इस आदेश का क्रियान्वयन कराए जाने के आदेश दिए हैं। विद्युत विभाग को इन फैक्ट्रियों की बिजली काटने, जल विभाग को पानी के कनैक्शन काटने के आदेश दिए गए हैं। इसी प्रकार बुलंदशहर के सिकन्दराबाद औद्योगिक क्षेत्र स्थित 3 फैक्ट्रियों को प्रदूषण नियन्त्रण बोर्ड के अधिकारियों ने प्रदूषण फैलाने के आरोप में सील कर दिया है।
हालांकि वैसे तो सिकन्दराबाद औद्योगिक क्षेत्र में यूं तो कई फैक्ट्रियां संचालित हैं लेकिन प्रदूषण नियन्त्रण बोर्ड की गाज 3 फैक्ट्रियों पर ही पड़ी। बोर्ड के अधिकारियों का कहना है कि जिन फैक्ट्रियों को प्रदूषण फैलाने के आरोप में सील किया गया है, वे रजत इंटरप्राइजिज, गंगोत्री पैराफिन वैक्स और आरके कैमिकल हैं। ये तीनों फैक्ट्रियां एनओसी के बिना चल रही थीं और हवा में प्रदूषण फैला रही थीं। इन फैक्ट्रियों में प्रदूषण नियंत्रण के पुख्ता इंतजाम नहीं मिले, इस कारण इनको सील किया गया है।