नई दिल्ली। मोदी सरकार को उस वक्त एक और आघात पहुंचा जब उनकी सरकार के एक अहम मंत्री अनन्त कुमार का आज सुबह अस्पताल में निधन हो गया। कुमार कैंसर से पीड़ित थे। कुमार के निधन के साथ ही मोदी सरकार के 4 साल के कार्यकाल के दौरान तीसरे सहयोगी को सरकार ने इस प्रकार से अचानक खोया है।
गौरतलब है कि केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री और लंबे समय से भाजपा के नेता रहे अनंत कुमार का सोमवार तड़के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह पिछले कुछ महीनों से फेफड़े के कैंसर से जूझ रहे थे। अमेरिका और ब्रिटेन में इलाज कराने के बाद हाल ही में यहां लौटे दक्षिण बेंगलुरू के सांसद ने तड़के दो बजे आखिरी सांस ली। उस वक्त उनकी पत्नी तेजस्विनी और दोनों बेटियां भी वहां मौजूद थीं।
छह बार के सांसद रहे अनन्त कुमार के निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और कई नेताओं ने शोक व्यक्त किया। कुमार के निधन पर संवेदना व्यक्त करते हुए राष्ट्रपति कोविंद ने कहा “केंद्रीय मंत्री एवं अनुभवी सांसद श्री एच.एन.अनंत कुमार के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ। यह हमारे देश के सार्वजनिक जीवन को और खासकर कर्नाटक के लोगों के लिए बड़ा नुकसान है। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार, साथियों एवं असंख्य मित्रों के साथ हैं।”
इसके साथ ही उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने उन्हें ‘‘छात्र आंदोलन से लेकर संसद तक वर्षों का साथी’’ बताया और उनकी एक ‘‘समर्पित राजनेता’’ के तौर पर प्रशंसा की। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘मैं अपने महत्त्वपूर्ण साथी एवं मित्र के निधन से बेहद दुखी हूं” और कुमार को एक असाधारण नेता बताया जो युवावस्था में ही सार्वजनिक जीवन में आए और काफी लगन और सेवा भाव से समाज की सेवा की।
जबकि वहीं मोदी ने एक अन्य ट्वीट में कहा, “अनंत कुमार जी एक सक्षम प्रशासक थे, जिन्होंने कई मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाली और भाजपा संगठन के लिये एक धरोहर थे। उन्होंने पार्टी को कर्नाटक और खासतौर पर बेंगलुरु और आस-पास के क्षेत्रों में मजबूत करने के लिये कठोर परिश्रम किया। वह अपने क्षेत्र की जनता के लिये हमेशा सुलभ रहते थे।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने कुमार की पत्नी डॉ. तेजस्विनी से बातचीत की और अपनी संवेदना प्रकट की।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार जी के निधन के बारे में सुनकर दुख हुआ। उनके परिवार और मित्रों के प्रति मेरी संवेदना है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे। ओम शांति।’ वरिष्ठ भाजपा नेता आर अशोक ने कहा कि गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने पुष्टि की है कि वह उनके अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए शहर में मौजूद रहेंगे लेकिन पार्टी को मोदी के यहां पहुंचने के बारे में फिलहाल कोई सूचना नहीं मिली है।
ज्ञात हो कि देश की मोदी सरकार ने अपने 4 साल से अधिक के कार्यकाल के दौरान एक तरह से कुमार के निधन के साथ अब तक तीन सहयोगियों को खो दिया है। जिसके तहत जहां 3 जून 2014 को बीजेपी के दिग्गज नेता और मोदी सरकार में मंत्री गोपीनाथ मुंडे का निधन हो गया था। वह महाराष्ट्र में भाजपा का बड़ा चेहरा थे। वह मोदी सरकार में ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री थे।
वहीं पिछले साल मई में अनिल माधव दवे का निधन हुआ था। वह मोदी सरकार में पर्यावरण मंत्री थे। नर्मदा नदी को बचाने के लिए अनिल माधव ने बहुत काम किया था। उन्होंने पर्यावरण को बचाने के लिए कई किताबें भी लिखीं। पर्यावरण मंत्री के तौर पर उनके कार्यकाल को 1 साल भी पूरा नहीं हुआ था। वह जल संसाधन समेत कई समितियों के सदस्य रहे।