नई दिल्ली। भीषण चक्रवातीय तूफान ‘गाजा’ अपना कहर बरपा रहा है तूफान शुक्रवार की सुबह नागपट्टिनम और वेदारण्यम के बीच तमिलनाडु तट से गुजरा। उस वक्त हवा की रफ्तार करीब 120 किलोमीटर प्रतिघंटा थी। चक्रवातीय तूफान के तमिलनाडु पहुंचने पर कडलूर, नागपट्टिनम, थोंडी और पम्बन तथा कराईकल और पुडुचेरी में तीन से आठ सेंटीमीटर तक बारिश हुई। राज्य के मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने बताया कि चक्रवातीय तूफान ‘गाजा’ की वजह से हुए हादसों में मरने वालों की संख्या 22 पहुंच गई है।
मुख्यमंत्री का कहना है कि राहत और बचाव के कार्य युद्ध स्तर पर चल रहे हैं। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री पलानीस्वामी से तूफान प्रभावित इलाकों के बारे में बातचीत की। उन्होंने केंद्र सरकार की तरफ से तूफान की वजह से उपजी परिस्थितियों में हर संभव मदद करने का भरोसा दिया।
गाजा तूफान पर मुख्यमंत्री ई पलानीस्वामी ने कहा कि सरकार मृतकों परिवार को 10 लाख रुपये देगी। गंभीर रूप से घायल को एक लाख रुपये और मामूली चोट लगने वाले लोगों को 25 हजार रुपये दिए जाएंगे। नागपट्टिनम जिला इस तूफान की वजह से बहुत ज्यादा प्रभावित हुआ है। 471 राहत शिविर बनाए गए हैं जिनमें 81,948 लोग रह रहे हैं। प्रभावित इलाकों में हुए नुकसान को लेकर हमारे अधिकारियों के आंकलन के बाद हम केंद्र सरकार से मदद मांगेंगे।’
चेन्नई में मौसम विभाग ने बताया कि शुक्रवार सुबह साढ़े पांच बजे तक कडलूर में आठ सेंटीमीटर बारिश हुई जबकि नागपट्टिनम में पांच सेंटीमीटर, पुडुचेरी और कराईकल में पांच-पांच सेंटीमीटर वर्षा हुई। तमिलनाडु राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, निचले इलाकों से लगभग 76 हजार लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। कडलूर, नागपट्टिनम, पुदुकोट्टई, रामनाथपुरम, तिरूवरूर, तंजावुर में स्थापित 471 राहत शिविरों में फिलहाल 81,948 लोग रह रहे हैं। गाजा के असर से चलते राज्य के कई जिलों में भारी बारिश हो रही है।
वहीं आपात स्थिति में लोगों से संपर्क करने के लिए तमिलनाडु राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने जिला स्तर की हेल्पलाइन -1077 खोली है। इसके अलावा इस मामले में राज्य की हेल्पलाइन 1070 भी उपयोग में है।
नागपट्टिनम के शिक्षण संस्थानों में अवकाश घोषित कर दिया गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग की ओर से जारी बुलेटिन में कहा गया है, ‘‘गंभीर चक्रवातीय तूफान ‘गाजा’ शुक्रवार की सुबह नागपट्टिनम और वेदारण्यम के बीच तमिलनाडु और पुडुचेरी तट से गुजरा। इस दौरान हवा की गति 100-110 किलोमीटर प्रतिघंटा के बीच थी जो बढ़कर 120 किलोमीटर प्रतिघंटा तक पहुंच गई।’’
यद्यपि, चक्रवातीय तूफान शुक्रवार की सुबह ही जमीनी इलाके में प्रवेश कर गया था लेकिन उसे पूरी तरह जमीनी क्षेत्र पर आने में और दो घंटे लगे। ताजा बुलेटिन के अनुसार, पूरा तूफान जमीन पर पहुंच गया है। हवा की गति सबसे तेज अतिरामपट्टिनम में 117 किलोमीटर प्रतिघंटा थी जबकि नागपट्टिनम में 100 किलोमीटर प्रतिघंटा और कराईकल 83 किलोमीटर प्रतिघंटा थी। मौसम विभाग का कहना है कि चक्रवातीय तूफान के पश्चिम की ओर बढ़ने और अगले छह घंटे में कमजोर पड़ने की संभावना है।
इस दौरान नागपट्टिनम, तिरूवरूर और तंजावुर में भारी बारिश हुई। कई क्षेत्रों में पेड़ उखड़ गए। चक्रवात के कारण यहां और तटवर्ती क्षेत्रों में कई जगहों पर बिजली आपूर्ति बाधित रही। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की चार टीमें पहले से ही नागपट्टिनम में मौजूद हैं जबकि राज्य आपदा मोचन बल की दो टीमों को कडलूर में तैनात किया गया है।