नई दिल्ली। हाल ही में हुए पंजाब के अमृतसर में ग्रेनेड हमले का आज एक आरोपी गिरफ्तार कर लिया गया। जबकि उसका साथी अभी भी फरार बताया जाता है। लेकिन काफी हद तक एक बात साफ हो गयी है कि पंजाब में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई सक्रिय है।
गौरतलब है कि आज पंजाब के स्थित अमृतसर के निरंकारी भवन में हुए बम धमाके को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस ने हमले के एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। वहीं दूसरा आरोपी अभी फरार है। इसके साथ ही मंगलवार को पंजाब पुलिस ने 25 लोगों हिरासत में लिया था। इसके बाद पूछताछ में कई अहम जानकारी हासिल हुई हैं। जिससे काफी हद पता चला कि पंजाब में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी सक्रिय थी।
वहीं इस बाबत प्रेस कॉन्फ्रेस करते हुए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बताया कि सीआइए अमृतसर ने आरोपियों को धर दबोचा है। गिरफ्तार आरोपी बांदा धारीवाल का रहनेवाला विक्रमजीत सिंह है। वहीं फरार आरोपी अवतार सिंह है। उन्होंने कहा कि उसे भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि हमले के पीछे पाक खुफिया एजेंसी आइएसआइ का हाथ है और वो पंजाब में काफी सक्रिय है। हमले में इस्तेमाल किया गया ग्रेनेड भी पाक का है। यह एक आतंकी हमला था और आइएसआइ के इशारे पर केएलएफ ने कराया था। पुलिस ने हमले में प्रयुक्त मोटरसाइकिल को बरामद कर लिया है।
उन्होंने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि पूछताछ के दौरान पकड़े गए शख्स से अहम जानकारियां मिली थी। वहीं पुलिस ने बताया कि आरोपी हमले के बाद मुख्य मार्ग को छोड़कर गांवों की तरफ निकले। इसे उन्हें आसान समझा। हालांकि इससे यह संकेत मिल गए कि आरोपी इलाके को अच्छे से जानते हैं। सीमावर्ती गंवों में भी छानबीन शुरु की गई।
ज्ञात हो कि रविवार को पंजाब के अमृतसर के राजासांसी स्थित निरंकारी भवन में आतंकी हमला हुआ था। ग्रेनेड से धमाका किया गया था इसमें तीन लोगों की जान चली गई थी। वहीं 20 घायल हुए। हमला बाइक पर सवार युवकों ने किया था। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने हमले में मारे गए लोगों को पांच लाख रुपये का मुआवजा देने का एलान किया। घायलों का मुफ्त इलाज किए जाने की बात भी कही थी।