नई दिल्ली। जब भी कोई चुनाव आते हैं कुछ एक कांग्रेसी नेता इतना बौखला जाते हैं कि अपनी पार्टी के आदर्शों को तक भूल जाते हैं। हद की बात ये है कि उनकी इसी गलती का फायदा विरोधी बखूबी पा जाते हैं। दरअसल हाल ही में कांग्रेस नेता सी पी जोशी द्वारा कुछ ऐसा बयान दिया गया कि उसके एवज में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को सफाई देनी पड़ी। हालांकि इसके बाद जोशी द्वारा भी खेद व्यक्त कर दिया गया है।
गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री उमा भारती के संदर्भ पार्टी के वरिष्ठ नेता सीपी जोशी के कथित विवादित बयान को खारिज करते हुए शुक्रवार को कहा कि जोशी को खेद प्रकट करना चाहिए। उन्होंने जोशी के कथित बयान को कांग्रेस के आदर्शों के विरुद्ध करार दिया। गांधी ने ट्वीट कर कहा, सी पी जोशी जी का बयान कांग्रेस पार्टी के आदर्शों के विपरीत है। पार्टी के नेता ऐसा कोई बयान न दें जिससे समाज के किसी भी वर्ग को दुःख पहुंचे।
उन्होंने कहा, कांग्रेस के सिद्धांतों, कार्यकर्ताओं की भावना का आदर करते हुए जोशी जी को जरूर गलती का अहसास होगा। उन्हें अपने बयान पर खेद प्रकट करना चाहिए। सोशल मीडिया और कुछ चैनलों पर प्रसारित वीडियो के मुताबिक जोशी प्रधानमंत्री मोदी और उमा भारती की जाति पर कथित तौर पर सवाल करते हुए कह रहे हैं कि धर्म पर केवल ब्राह्मण ही बात कर सकते हैं।
कहा जा रहा है कि यह जोशी ने यह कथित बयान राजस्थान के नाथद्वारा में दिया है जहां से वह विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। विवाद बढ़ने पर सीपी जोशी ने ट्वीट कर भाजपा पर उनके बयान को तोड़-मोड़कर पेश करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया है, वो इसकी कड़ी निंदा करते हैं। राहुल ने खेद प्रकट करने के बाद सीपी जोशी ने सफाई दी है। जोशी ने अपने ट्विटर हैंडल पर ट्वीट किया, कांग्रेस के सिद्धांतो एवं कार्यकर्ताओं की भावनाओं का सम्मान करते हुए मेरे कथन से समाज के किसी वर्ग को ठेस पहुंची हो तो मैं उसके लिए खेद प्रकट करता हूं।