डेस्क। आतंकवाद को लेकर हर तरफ से घिरने और खासकर अपने आका अमेरिका से छत्तीस का आंकड़ा होने के चलते और भारत से भी हालात जंग तक पहुंचने के आसार को देखते क्रिकेट से सियासत में आए पाकिस्तान के नये प्रधानमंत्री इमारन खान ने मौजूदा हालात को देखते क्या खूब रिवर्स स्विंग का इस्तेमाल किया है। दरअसल इमरान खान ने मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद और माफिया डॉन दाऊद इब्राहिम के मामले से किनारा करने की कोशिश की है।
गौरतलब है कि उन्होंने गुरुवार को कहा, हमारी सरकार को ये मामले विरासत में मिले हैं। लेकिन अतीत के लिए हमारी सरकार को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है। पाक प्रधानमंत्री ने भारतीय पत्रकारों से बातचीत में कहा, हम इतिहास में जी नहीं सकते। उन्होंने कहा, हाफिज सईद पर संयुक्त राष्ट्र ने प्रतिबंध लगाए हैं। पहले ही पाक सरकार सईद और उसके संगठन जमात-उद-दावा पर कार्रवाई कर रही है।
इतना ही नही बल्कि इमरान ने दो टूक कहा कि यह पाकिस्तान के हित में भी नहीं है कि उसकी जमीन का इस्तेमाल दूसरे देशों में आतंकवाद फैलाने के लिए हो। उन्होंने कहा, हमें इतिहास से सीखना चाहिए, न कि उसमें रहना चाहिए। पाक प्रधानमंत्री ने कहा, भारत और पाकिस्तान के लोग शांति चाहते हैं। दोनों देशों के लोगों की मानसिकता में बदलाव आया है। लेकिन साथ ही कहा कि शांति की पहल एकतरफा नहीं हो सकती है।
ज्ञात हो कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने गुरुवार को एक बार फिर कहा कि वह सभी लंबित मुद्दों पर चर्चा के लिए भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी से मिलने को तैयार हैं। अपनी सरकार के 100 दिन पूरे होने के मौके पर बोलते हुए इमरान ने कहा कि उन्हें भारतीय प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात कर और बात करके खुशी होगी। इमरान खान ने स्वीकार किया है कि कश्मीर सहित सभी लंबित मुद्दों का हल बातचीत के जरिये ही संभव है।