नई दिल्ली । पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा दिये जाने के चलते अब बुरी तरह से घिरता नजर आ रहा है। इसी क्रम में अब संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत निक्की हैली ने हाल में पाकिस्तान को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। निक्की हैली ने कहा कि आतंकवादियों को पनाह देने वाले पाकिस्तान को फूटी कौड़ी भी नहीं देनी चाहिए। अमेरिका में राष्ट्रपति शासन में कैबिनेट पद पर हैली पहली भारतीय-अमेरिकी हैं।
गौरतलब है कि अमेरिकी राजदूत निक्की हैली ने कहा है कि पाकिस्तान आतंकियों को लगातार पनाह देरहा है, वो आतंकवादी आकर अमेरिकी सैनिकों की हत्या करते हैं। ऐसे में जब तक पाकिस्तान इस समस्या का समाधान नहीं निकालता तब तक वॉशिंगटन को उसे एक डॉलर भी नहीं देनी चाहिए। हैली पाक को लेकर काफी गर्म तेवर में दिखीं। हैली ने अपनी बात पर जोर देकर कहा अमेरिका का अहित चाहने वाले देशों की मदद करना रोकना होगा।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अमेरिका को उन देशों को पैसा देने की कोई जरूरत नहीं है जो अमेरिका का अहित चाहते हैं, उसके पीठ पीछे गलत काम करते हैं और काम में बाधाएं खड़ी करते हैं।’ हैली ने अमेरिकी पत्रिका ‘ दी एटलांटिक ’ से कहा, ‘मुझे लगता है कि किन देशों के साथ साझेदारी करना है इस बारे में रणनीतिक रूप से सोचने की जरूरत है। कुछ चीजों पर मिलकर काम करना होगा कि हम किन देशों पर भरोसा कर सकते हैं।
उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि हम आंख मूंद कर पैसे को यूं ही जाने देते हैं, यह भी नहीं सोचते कि उसका कुछ फायदा है भी या नहीं।’ साथ ही कहा कि ‘मैं आपको एक उदाहरण देती हूं, पाकिस्तान को ही लीजिए, उन्हें एक अरब डॉलर देते हैं तो भी वे आतंकवादियों पनाह देते हैं। वे आतंकवादी आकर हमारे सैनिकों की हत्या करते हैं। यह बिलकुल भी ठीक नहीं है।
उन्होंने कहा कि जब तक इसमें कोई सुधार नहीं होता तब तक हमें उन्हें एक डॉलर भी नहीं देना चाहिए। हमें उस अरब डॉलर का इस्तेमाल करना चाहिए क्योंकि यह कोई मामूली रकम नहीं है।’ इस वर्ष के अंत में हैली संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत का पद छोड़ देंगी। पिछले हफ्ते राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हीथर नोर्ट को इस पद के लिए नामित किया था।
ज्ञात हो कि कैबिनेट पद पर नियुक्त हैली के इस बयान की जमकर चर्चा हो रही है। भारत के परिप्रेक्ष्य से देखा जाए तो हैली के बयान को सराहना मिलना लाजिमी है। आतंकवाद से पीड़ित विश्व के अधिकतर देश पाकिस्तान के साथ व्यापार और किसी भी तरह के रिश्ते रखने में अब असहज महसूस करने लगे हैं।