नई दिल्ली! भारत के सबसे उद्योगपति मुकेश अंबानी अब एशिया के सबसे बड़े उद्योगपति बन गए हैं. ताजा सर्वे के मुताबिक 2018 में रिलायंस इंडस्ट्रीज के शानदार प्रदर्शन की वजह से मुकेश अंबानी ने अलीबाबा ग्रुप के फाउंडर जैक मा को एशिया के सबसे अमीर शख्स के मामले में पीछे छोड़ दिया है. खास बात ये है कि एक तरफ जहां एशिया के 128 सबसे अमीर लोगों की संपत्ति में गिरावट देखी गई, वहीं मुकेश अंबानी की संपत्ति में चार अरब डॉलर का इजाफा दर्ज किया गया है.दुनिया के 500 अमीरों की संपत्ति बताने वाले ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स की रिपोर्ट के मुताबिक इस साल एशिया में 128 अमीरों की संपत्ति 137 अरब डॉलर तक घट गई.
साल 2012 में रैंकिंग शुरु होने के बाद से ऐसा पहली बार है जब इस क्षेत्र में लोगों की संपत्ति में कमी देखने को मिली है. इससे वैश्विक व्यापार क्षेत्र तनाव में है और इसने खासी चिंताएं जाहिर की है. भारत के 23 सबसे अमीर लोगों को 21 अरब डॉलर का नुकसान हुआ. दुनिया के सबसे बड़े स्टील निर्माता लक्ष्मी मित्तल को 5.6 अरब डॉलर या उनकी कुल संपत्ति का 29 फीसदी का नुकसान हुआ है. इसके बाद सन फार्मास्यूटिकल्स इंडस्ट्रीज के फाउंडर दिलीप सांघवी को 4.6 अरब डॉलर का नुकसान हुआ.इस साल चीन के तकनीकी सेक्टर को खासी मार पड़ी है.
इससे भारत और दक्षिण कोरिया जैसे देश भी अछूते नहीं रहे. ब्लूमबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में 40 चीनी व्यापारियों में से एक तिहाई की संपत्ति में कमी दिखाई है. वांग जियानलिन के वांडा ग्रुप की संपत्ति में 10.8 अरब डॉलर की कमी आई है. यह एशिया में सबसे अधिक है. जेडी डॉट कॉम के फाउंडर रिचर्ड लियू को भी शेयर बाजार में भारी-उतार चढ़ाव और अमेरिका-चीन के बीच ट्रेड वॉर के चलते खूब नुकसान हुआ है. उनकी संपत्ति 4.8 अरब डॉलर में से लगभग आधी रह गई.