लखनऊ। प्रदेश के जनपद सुल्तानपुर में एक आशा बहु की लालच न सिर्फ प्रसव के दौरान एक नवजात की मौत का कारण बनी बल्कि महिला की भी जान जोखिम में पड़ गई। दरअसल एक गर्भवती ने मंगलवार को जिला अस्पताल परिसर में सड़क पर बच्चे को जन्म दिया। नवजात ने कुछ ही देर में दम तोड़ दिया।
इस बाबत परिवारीजनों का आरोप है कि एक आशा पैसे की लालच में गर्भवती को प्राइवेट अस्पताल ले गई थी। परिवारीजनों के प्राइवेट अस्पताल में दिखाने से मना कर दिया तो गर्भवती को आशा बहू जिला अस्पताल ले गई लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।
बताया जाता है कि गोसाईगंज क्षेत्र के जफरापुर गांव निवासी कन्हैयालाल की गर्भवती पत्नी किरन को सुबह दर्द होने पर परिवारीजनों ने आशा बहू को बुलाया। आशा बहू किरन को निजी अस्पताल ले गई जहां अल्ट्रासाउंड हुआ किरन की बहन संगीता ने मना करते हुए जिला महिला अस्पताल ले चलने को कहा। दोनों में विवाद होने पर अस्पताल वालों ने उसे निकाल दिया।
जिस पर किरन और संगीता के साथ आशा बहू रिक्शे से जिला अस्पताल पहुंची। अस्पताल के गेट पर रिक्शे वाले ने तीनों को उतार दिया। किरन को पकड़कर संगीता अस्पताल के अंदर जा रही थी कि सड़क पर प्रसव हो गया। सड़क पर प्रसव से नवजात की मौत हो गई। सीएमओ डॉ. त्रिपाठी ने बताया कि मामला संज्ञान में है। पूरे मामले की जांच के लिए टीम बनाई गई है।