नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में एनआईए द्वारा एक के बाद एक खुलासा और अहम गिरफ्तारियां किया जाना जारी है। इसी क्रम में अब (एनआईए) राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने आईएसआईएस प्रभावित एक आतंकी ग्रुप को हथियार मुहैया कराने के आरोप में गिरफ्तार किए गए एक संदिग्ध युवक 21 वर्षीय नईम को शुक्रवार को दिल्ली की अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे 10 दिन के लिए एनआईए की हिरासत में भेज दिया।
गौरतलब है कि एनआईए ने उसे गुरुवार रात मेरठ से गिरफ्तार किया था। इससे पहले बीते दिनों आईएसआईएस प्रभावित आतंकवादी समूह के सदस्यों को हाल ही में गिरफ्तार किया गया था। अधिकारियों ने बताया कि वह मामले में एनआईए द्वारा गिरफ्तार 10 लोगों को कथित रूप से हथियार आपूर्ति करता था। 26 दिसंबर को एनआईए ने संदिग्ध आईएसआईएस से प्रभावित आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था, जिसमें उत्तर प्रदेश में अमरोहा के ‘मुफ्ती सहित 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
वहीं उनसे पूछताछ के दौरान उन्होंने बताया था कि ये लोग नेताओं तथा दिल्ली एवं उत्तर भारत में सरकारी भवनों को निशाना बनाकर आत्मघाती हमला और सिलसिलेवार धमाके करने की साजिश रच रहे थे। एनआईए ने दिल्ली एवं उत्तर प्रदेश में छापेमारी के दौरान देसी रॉकेट लॉन्चर, आत्मघाती हमलों में इस्तेमाल होने वाले जैकेट और टाइमर के तौर पर इस्तेमाल की जाने वाली 112 अलार्म घड़ियां भी बरामद की थीं।
ज्ञात हो कि दिल्ली की अदालत ने पूछताछ के लिए इन लोगों को एनआईए की 10 दिन की हिरासत में भेज दिया था। 27 दिसंबर को उन्हें अदालत के समक्ष पेश किया गया था। उन्होंने बताया कि इस आतंकवादी समूह का नाम ‘हरकत उल हर्ब ए इस्लाम है। गिरफ्तार लोगों में कथित सरगना और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अमरोहा से मुफ्ती 29 वर्षीय मोहम्मद सुहैल, नोएडा में एमिटी यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग का एक छात्र और दिल्ली विश्वविद्यालय में मानविकी में तृतीय वर्ष का एक छात्र तथा दो वेल्डर शामिल हैं।