नई दिल्ली! भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की तारीफ की है. जो उनकी पार्टी के विचारों के बिल्कुल विपरीत है. गडकरी ने नागपुर स्थित स्वंय सेवी महिला संगठन के एक कार्यक्रम में रविवार को कहा कि देश को इंदिरा गांधी जैसी नेता भी मिलीं जो अपने वक्त के कई दिग्गज मर्द नेताओं से बेहतर थीं. उन्होंने महिला आरक्षण के संबंध में इंदिरा की ताकत का जिक्र करते हुए सवाल भरे लहजे में कहा, क्या इंदिरा गांधी ने कभी आरक्षण का सहारा लिया?
बता दें गडकरी की भाजपा पार्टी अक्सर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की योजनाओं की आलोचना करती रही है. जिसमें उनके द्वारा लगाए गए आपातकाल की आलोचना भी शामिल है. हालांकि बाद में उन्होंने अपनी पार्टी की महिला नेता सुषमा स्वराज, वसुंधरा राजे और सुमित्रा महाजन की प्रशंसा भी की. उन्होंने कहा, “महिलाओं को आरक्षण मिलना चाहिए और मैं इसका विरोध नहीं करूंगा. कोई भी व्यक्ति जाति, धर्म, भाषा और लिंग के आधार पर ऊंचाई हासिल नहीं कर सकता. वह ऊंचाई अपने ज्ञान के आधार पर ही हासिल कर सकता है.”
गडकरी ने आगे कहा, क्या हम सांई बाबा, गजानन महाराज, महात्मा ज्योतिबा फुले और डॉक्टर बाबा साहेब अंबेडकर से उनके धर्म के बारे में पूछते हैं? मैं जाति और धर्म की राजनीति के खिलाफ हूं. जरूरत है अपने ज्ञान और कौशल को बढ़ाने की. अगर अच्छा ज्ञान है, तो पार्टी आपके घर खुद टिकट देने आएगी.”
इससे पहले उन्होंने 24 दिसंबर को कहा था, ‘जवाहरलाल नेहरू अक्सर कहा करते थे कि इंडिया इज नॉट ए नेशन, इट इज ए पॉपुलेशन (भारत एक देश नहीं बल्कि एक पूरी आबादी है) दूसरी बात कहते थे इस देश का हर व्यक्ति एक प्रश्न है, एक समस्या है. उनकी ये बात मुझे बहुत पसंद है. मैं इतना तो कर सकता हूं कि मैं देश के सामने समस्या नहीं रहूंगा तो भी आधे प्रश्न सुलझ जाएंगे. मेरे से किसी ने अन्याय किया होगा लेकिन मैं उसके साथ अन्याय नहीं करूंगा.’