लखनऊ। प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना तथा औद्योगिक विकास (राज्यमंत्री) सुरेश राणा ने आज 21 एवं 22 फरवरी को आयोजित दो दिवसीय इन्वेस्टर्स समिट के लिए इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान परिसर में कार्यक्रम स्थल का संयुक्त रूप से भूमि पूजन किया।
इस अवसर श्री महाना ने कहा कि श्रद्धा और विश्वास के साथ किये जाने वाले कार्य निश्चित ही पूर्ण होते हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश अनुष्ठान, तीर्थयात्रा और पर्यटन में अत्यंत समृद्ध हैं और यहां जल संसाधन और उपजाऊ भूमि जैसे प्राकृतिक संसाधन प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। लेकिन अभी तक इसको देश-दुनिया में सही ढंग से प्रस्तुत नहीं किया जा सका। उन्होंने कहा कि विगत कुछ सालों से उत्तर प्रदेश की अपराध, भ्रष्टाचार के रूप में चर्चा होती रही है, लेकिन अब मुख्यमंत्री के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश को दुनिया भर में एक औद्योगिक केंद्र के रूप में देखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोलकाता, हैदराबाद, मुंबई, बैंगलोर, अहमदाबाद में रोड शो के दौरान उद्योगपतियों से बहुत ही सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है। 22 फरवरी इन्वेस्टर्स समिट का अंतिम दिन नहीं होगा, बल्कि यह औद्योगिक विकास की ओर पहला कदम है।
औद्योगिक विकास मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का मुख्य उद्देश्य प्रदेश को एक औद्योगिक हब बनाना है। प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी ने उत्तर प्रदेश के निवेशक सम्मेलन को व्यवस्थित करने का निर्णय लेकर प्रधानमंत्री की पहल को आगे बढ़ाया है। इस इन्वेस्टर्स समिट का विजन और मिशन उत्तर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में अवसरों और क्षमता का प्रदर्शन करना है। इन्वेस्टर्स समिट के लिए फोकस सेक्टर पर्यटन, सिविल एविएशन, आईटी, डेयरी, इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण, एमएसएमई, इंफ्रास्ट्रक्चर, नवीकरणीय ऊर्जा, फिल्म, हैंडलूम और टेक्सटाइल तथा एग्रो और फूड प्रोसेसिंग हैं।
औद्योगिक विकास राज्यमंत्री श्री सुरेश राणा ने इस अवसर पर कहा कि सरकार ने उद्यमियों की समस्याओं और कठिनाइयों को प्राथमिकता से हल करने की पहल की है। इसके लिए सिंगल विंडो सिस्टम को प्रभावी बनाया गया है। उन्होंने कहा कि रोड शो के दौरान उद्यमियों के साथ वन टू वन मीटिंग की गई और उनकी जिज्ञासाओं का समाधान भी सुनिश्चित किया गया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में कुशल श्रम की कोई कमी नहीं है, आवश्यकता है उनको समुचित अवसर उपलब्ध कराने की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में उद्योगों के समुचित विकास के लिए उद्यम स्थापना हेतु विभिन्न स्तरों पर छूट आदि का प्राविधान भी किया गया है।
अनूप चंद्र पांडेय ने कहा मुख्य मंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के मार्गदर्शन में निवेश के लिए आसान और आउटरीच नीति ढांचे का निर्माण कराया जा रहा है। नई औद्योगिक नीति बनाई गई है। उन्होंने कहा कि व्यापार करने में आसानी हो इसके लिए सिंगल विंडो सिस्टम के माध्यम से भुगतान, क्लीयरेंस, एनओसी और मानचित्र निकासी पास करने की व्यवस्था की जा रही है। कारोबार को आसान बनाने के लिए 372 इंडेक्स बनाये गये हैं और इसके साथ ही कामर्शियल कोर्ट भी शुरू कर दिए गए हैं।
श्री पाण्डेय ने कहा कि इस बार शीर्ष उद्योगपतियों से मिलने के दौरान आउटरीच में वृद्धि हुई है। मुख्यमंत्री जी ने खुद उद्यमियों को इन्वेस्टर्स समिट में आने के लिए आमंत्रित किया है। लखनऊ की संस्कृति और औद्योगिक क्षेत्र के पर्यावरण का प्रदर्शन करने के लिए हम लखनऊ को दुल्हन के रूप में सजा रहे हैं। उम्मीद है कि शीर्ष उद्योगपति इन्वेस्टर्स समिट में शामिल होंगे।