नई दिल्ली। मॉडलिंग की दुनिया से बहुचर्चित हाईप्रोफाइल आध्यात्मिक गुरु तक का सफर तय करने वाले भय्यू महाराज की आत्महत्या मामले में जारी जांच के दौरान जो हकीकत सामने आई है। उसने काफी हद तक ऐसी मायाजाल वाली चकाचौंध से भरी दुनिया के पीछे के काले कारनामों की कलई को खोल कर रख दिया है। एक बार फिर ये साबित हो गया कि इस चकाचौंध भरे मायाजाल के पीछे क्या होता है असल हाल।
गौरतलब है कि हाईप्रोफाइल आध्यात्मिक गुरु भय्यू महाराज की आत्महत्या मामले में जारी जांच के दौरान ये बात सामने आई है कि भय्यू महाराज के 25 वर्षीय युवती से कथित संबंधों के आधार पर ब्लैकमेल किए जाने के साथ ही उन्हें निर्धारित मात्रा से ज्यादा नशीली दवाएं दी जा रही थीं। यह खुलासा पुलिस ने किया है। भय्यू महाराज को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में इस युवती और आध्यात्मिक गुरु के दो विश्वस्त सहयोगियों को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने शनिवार को यह बड़ा खुलासा किया।
इस बाबत जानकारी देते हुए डीआईजी हरिनारायणाचारी मिश्रा ने बताया कि भय्यू महाराज की निजी सचिव के रूप में काम कर चुकी पलक पुराणिक और आध्यात्मिक गुरु के दो सहयोगियों-विनायक दुधाड़े और शरद देशमुख को मामले में गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया, हमारे पास भय्यू महाराज और युवती के बीच सोशल मीडिया पर की गई बेहद आपत्तिजनक चैट की कॉपी और अन्य डिजिटल सबूत हैं। इन्हीं सबूतों के आधार तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है।
इसके साथ ही मिश्रा ने बताया कि भय्यू महाराज के नजदीक रही युवती आपत्तिजनक चैट और अन्य निजी वस्तुओं के आधार पर उन पर शादी के लिए कथित रूप से दबाव बना रही थी, जबकि अधेड़ उम्र के आध्यात्मिक गुरु पहले से शादीशुदा थे। उन्होंने बताया कि हमें ऐसे सुराग भी मिले हैं कि युवती के जरिये भय्यू महाराज से कुछ रकम भी ऐंठी गयी थी। तीनों आरोपी भय्यू महाराज के बेहद करीबी थे और वे उन्हें कथित तौर पर धोखे से नशीली दवाओं का ओवरडोज भी दे रहे थे जिससे आध्यत्मिक गुरु के मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा था।