नई दिल्ली! ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने सोमवार को कहा कि उनकी बहन गीता मेहता को पद्मश्री पुरस्कार लेने से मना करने का अधिकार है. पटनायक ने यहां मीडिया से कहा, मेरी बहन को वह सब करने का अधिकार है जो वह करना चाहतीं हैं. प्रसिद्ध लेखिका व पटनायक की बड़ी बहन गीता मेहता ने बीते सप्ताह पद्मश्री लेने से मना कर दिया था और कहा था कि इसका समय सवाल उठाने वाला है क्योंकि आम चुनाव होने वाले हैं और यह पुरस्कार ओडिशा सरकार व उनके लिए असहजता का कारण बन सकता है.
मेहता को कला व साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए ‘विदेशी’ वर्ग में पद्मश्री पुरस्कार के लिए नामित किया गया था. मुख्यमंत्री ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के भी आरोपों को खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि भ्रष्टाचार में उनकी सरकार के संलिप्त होने की वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन्हें रिमोट-कंट्रोल से चला रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा, बिल्कुल बकवास. पटनायक ने ओडिशा भवन में केंद्र सरकार के अधिकारियों के साथ लंबित मामलों की समीक्षा की. पटनायक ने कहा कि केंद्र ने राज्य को बकाया 6400 करोड़ रुपये अभी तक नहीं दिया है जबकि वित्तीय वर्ष के समाप्त होने में केवल एक माह बचा है. उन्होंने कहा कि इसमें आवास के लिए 1,000 करोड़, स्वास्थ्य के लिए 375 करोड़, ग्रामीण रोजगार परियोजना के लिए 400 करोड़ और कृषि के लिए 650 करोड़ की राशि शामिल है.
पटनायक ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के बजट से पीने के पानी के लिए 3,000 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च कर रही है. केंद्र ने इसके लिए 180 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं, जिसमें से केवल 80 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं. उन्होंने कहा कि गरीबी उन्मूलन के लिए 200 करोड़ रुपये में से राज्य को केवल छह करोड़ रुपये ही प्राप्त हुए हैं.