नई दिल्ली। भारतीय रेल पिछले काफी समय से हादसों के चलते काफी सकते में है। बीते साल जहां कई हादसों ने रेल विभाग को परेशान रखा। वहीं इस साल भी आज एक बड़ा रेल हादसा उस वक्त सामने आया जब सीमांचल एक्सप्रेस के तकरीबन एक दर्जन डिब्बों के बेपटरी हो जाने से तकरीबन आधा दर्जन लोगों की मौत हो गई वहीं कई दर्जन लोग घायल हो गए जिनको अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे का कारण पटरी में दरार होना बताया गया है।
गौरतलब है कि आज सुबह बिहार के हाजीपुर में रविवार की सुबह सीमांचल एक्सप्रेस के 11 डिब्बे बेपटरी हो जाने से एक बड़ा रेल हादसा सामने आया। दुर्घटना में कम से कम छह लोगों के मरने की खबर है जबकि 29 अन्य घायल हो गए हैं। रेलवे और पुलिस के अधिकारियों के मुताबिक जोगबनी-आनंद विहार सीमांचल एक्सप्रेस (12487) दिल्ली आ रही थी। बताया जा रहा है कि ट्रैक पर दरार थी जिसके कारण ये भयानक हादसा हो गया।
वहीं इस हादसे को लेकर रेल मंत्री पीयूष गोयल ने दुर्घटना में मारे गए लोगों के लिए शोक व्यक्त करते हुए अनुग्रह और सहायता राशि की घोषणा की है। गोयल के कार्यालय ने ट्वीट किया है कि मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये की राशि दी जाएगी। गंभीर रूप से घायलों में से प्रत्येक को एक-एक लाख रुपये, जबकि कम जख्मी लोगों को 50-50 हजार रुपये की सहायता राशि दी जाएगी। सभी घायलों के इलाज का खर्च रेलवे वहन करेगा।
इस हादसें के प्रत्यक्षदर्शियों की अगर मानें तो उनके अनुसार बिहार के जोगबनी से नई दिल्ली जा रही सीमांचल एक्सप्रेस अपनी पूरी रफ्तार में चल रही थी। सभी लोग अपनी-अपनी बर्थ पर सो रहे थे। इसी बीच तेज झटका लगा और घड़घड़ाहट की आवाज के साथ ट्रेन पलट गई। यात्री कुछ समझ पाते तब तक हर तरफ अंधेरा छा गया और चारों तरफ चीख-पुकार मच गई। सुबह जब यह हादसा हुआ कोई भी कुछ समझ नहीं पाया।
बस लोगों के गहरी नींद के बीच ही अचानक तेज झटका लगा। नींद खुली तो घड़घड़ाहट के साथ ट्रेन पलट गई। बोगी में अंधेरा छा गया। कुछ समझ नहीं आ रहा था, लोग एक दूसरे पर गिरे पड़े थे।चारों ओर अंधेरा था। निकलने के लिए कुछ देर तक तो कोई रास्ता नहीं मिला। थोड़ी देर बाद ग्रामीणों ने बोगी के शीशे तोड़े और हमलोगों को बाहर निकला। सीढ़ी के जरिए ग्रामीणों ने लोगों को जैसे तैसे बाहर निकाला।