नई दिल्ली। आज पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में एक जनसभा के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि दीदी, दिल्ली जाने के लिए परेशान हैं और बंगाल के गरीब और मध्यम वर्ग को सिंडिकेट के गठबंधन से लूटने के लिए छोड़ दिया है। देश के इतिहास में ये पहली बार देखा गया है कि कोई मुख्यमंत्री हजारों गरीब लोगों को लूटने वालों के पक्ष में दिन-दहाड़े धरने पर बैठ जाए।
उन्होंने कहा कि आज पश्चिम बंगाल में एक ऐसी मुख्यमंत्री हैं जो गरीबों की मेहनत से जुटाई पाई-पाई को लूटने वालों के साथ खड़ी हैं। आखिर ममता दीदी चिटफंड घोटाले की जांच से आप इतना क्यों डरी हुई हैं? क्यों जिन लोगों पर जांच में लापरवाही बरतने का आऱोप है, उनके लिए धरना दे रही हैं? मैं चिटफंड घोटाले के एक-एक पीड़ित को विश्वास दिलाता हूं कि आपको इस स्थिति में पहुंचाने वालों को कानून के दरवाजे तक पहुंचाया जायेगा।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम सबका साथ सबका विकास की नीति के साथ काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने मजदूरों के बैंक में खाते खुलवाए। साथ ही बगान मजदूरों के खाते भी खुलवाए। भाजपा सरकार ने बंद पड़े बागान खुलवाने का काम किया है। हमने असंगठित कर्मचारियों को अब पेंशन देना का काम किया हैं। मोदी ने कहा कि नॉर्थ बंगाल से मेरा एक खास रिश्ता भी है और ये रिश्ता आपको भी मालूम है। ये रिश्ता चाय का रिश्ता है। आप चाय उगाने वाले हैं और मैं चाय बनाने वाला हूं।
पीएम मोदी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में हिंसा का दौर जो दशकों से चल रहा है, वो खत्म होना चाहिए या नहीं? बंगाल के युवाओं को खून-खराबे से आजादी मिलनी चाहिए या नहीं? उन्होंने कहा कि जो सस्ता राशन बंगाल की जनता को मिल रहा है, मुफ्त में रसोई गैस का कनेक्शन मिल रहा है, सस्ती दवाइयां मिल रही हैं, वो केंद्र सरकार भेज रही है। पीएम मोदी ने कहा कि कल मैंने लोकसभा में जब महामिलावट कहा तो हंगामा हो गया। क्योंकि सच्चाई कहो तो यह हंगामा करते हैं। ममता दीदी बीजेपी के नेताओं को यहां आने से रोक रही हैं। टीएमसी सरकार की तमाम योजनाओं के नाम पर बिचौलियों का अधिकार है।