नई दिल्ली! पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों के पार्थिव शरीर दिल्ली लाए गए हैं. इन पार्थिव शरीरों को वायु सेना के सी-17 विमान से लाया गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, थल सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत, नौसेना स्टाफ के प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी शहीदों को श्रद्धांजलि दी. पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रियों और सांसदों को निर्देश दिया है कि वह शहीदों के अंतिम संस्कार में जरूर हिस्सा लें.
उधर, कूटनीतिक तरीके से पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए मोदी सरकार ने प्रयास तेज कर दिए हैं. आज 26 विदेशी राजनयिकों को पुलवामा हमले में पाकिस्तान का हाथ होने के बारे में जानकारी दी गई. आज सुबह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान से सभी आतंकी गुटों को मदद व पनाह देना तत्काल बंद करने को कहा है. ट्रंप की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने एक बयान में कहा, अमेरिका ने पाकिस्तान से कहा है वह उसकी जमीन से संचालित सभी आतंकी गुटों को मदद व पनाह देना तत्काल बंद कर दे क्योंकि क्षेत्र में हिंसा और आतंक का बीज बोना ही उनका लक्ष्य है. इस हमले से आतंकवाद से निपटने के लिए अमेरिका और भारत के बीच सहयोग और समन्वय के संकल्प को मजबूती मिली है. उन्होंने कहा, बर्बर हमले में हताहत हुई जिंदगियों के लिए हम पीडि़त परिवारों, भारत सरकार और भारत के लोगों के प्रति अपनी गहरी शोक-संवेदना जाहिर करते हैं.
उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने पुलवामा की घटना की कड़ी निंदा करते हुए पड़ोसी देश पाकिस्तान को चेतावनी दी और कहा कि आतंकवाद से लड़ने के लिए पूरे विश्व को एक जुट होकर कदम उठाने का समय आ गया है. नायडू ने शुक्रवार को विज्ञान भवन में अपने भाषणों की पुस्तक के विमोचन समारोह में यह बात कही. प्रकाशन विभाग द्वारा प्रकाशित इस पुस्तक का विमोचन पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुख़र्जी ने किया. पुस्तक में श्री नायडू के 92 भाषण संकलित हैं.