नई दिल्ली। हमेशा की तरह एक बार फिर नापाक पकिस्तान ने वही पुराना राग अलापा जिस पर भारत ने उसे बखूबी जवाब दिया है। दरअसल पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस घटना में शामिल पाकिस्तान के हाथ होने के सबूत की मांग की। जिसके बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि इमरान के बयान उन्हें कोई हैरानी नहीं हुई है।
गौरतलब है कि भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा- “जैश ए मोहम्मद की तरफ से किए गए आतंकी हमले की पाकिस्तान के पीएम ने अनदेखी की है, जिसने इस खौफनाक घटना को अंजाम दिया है। यह सभी जानते हैं कि जैश ए मोहम्मद और उसका नेता मसूद अजहर पाकिस्तानी है। यह पाकिस्तान की तरफ से कार्रवाई के लिए पर्यप्त सबूत है।”
इसके साथ ही विदेश मंत्रालय ने आगे कहा कि पाकिस्तान अपने आपको को आतंकवाद से सबसे ज्यादा प्रभावित होने का दावा करता है। लेकिन सच्चाई उससे कोसों दूर है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस बात को भलीभांति जानता है कि पाकिस्तान आतंकियों का अड्डा है।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान के पीएम ने बातचीत की बात की और कहा कि वह आतंकवाद पर वार्ता के लिए तैयार है। भारत ने इस बात को लगाता कहा कि वह आतंकवाद और हिंसा मुक्त वातावरण में द्विपक्षीय व्यापक वार्ता के लिए तैयार है।