प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को यहां कहा कि प्राचीन काशी विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र अब ‘काशी विश्वनाथ धाम’ के नाम से जाना जाएगा तथा देश के अन्य मंदिरों के लिए ‘मॉडल’ के रुप में प्रेरणा का केंद्र बनेगा. मोदी ने मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद गंगा तट पर जाने वाली महात्वाकांक्षी कॉरिडोर निर्माण परियोजना का शिलान्यास समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि करीब 250 साल साल बाद उन्हें आज मंदिर के विस्तार करने सौभाग्य प्राप्त हुआ है. इससे पहले अहिल्याइ बाई के प्रयासों से मंदिर का विस्तार कार्य हुआ था.
उन्होंने कहा कि विस्तारीकरण के कार्य के दौरान करीब 40 पैराणिक मंदिरों का पता चला है, जिन्हें मकानों से ढ़क दिया गया था. आने वाले समय में सरकार इन सभी मंदिरों सुंदरीकरण करेगी. प्रधानमंत्री ने कहा कि 2014 में मां गंगा ने जिस काम के लिए उन्हें यहां बुलाया था, वह आज पूरा हो गया. इसके लिए वह अपने को काफी सौभाग्यशाली मानते हैं. उन्होंने मंदिर परिक्षेत्र के विस्तारीकरण के इस कार्य पर शोध कार्य करने की अपील काशी हिंदू विश्वविद्यालय से की है. शोध से देश के अन्य मंदिरों के विस्तार कार्य में मदद मिल सकती है.