इस्लामाबाद। आतंकवाद के मुद्दे पर दुनिया भर में तमाम किरकिरी झेल रहा नापाक पाकिस्तान हालांकि फिलहाल जहां सारे आरोपों को सिरे से नकारने में लगा है वहीं अब जब उसके अपने ही घर में उसकी कलई खुलने लगी है तो ऐसे में भला वो कैसे और कब तक अपना बचाव कर सकेगा।
गौरतलब है कि पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के चेयरमैन और पाकिस्तान नेशनल असेंबली के सदस्य बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा है कि पाकिस्तान में आतंकी संगठन खुलेआम काम कर रहे हैं। बिलावल पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत बेनजीर भुट्टे और आसिफ अली जरदारी के बेटे हैं। उन्होंने पाकिस्तान की सरकार पर हमला करते हुए कहा कि दूसरे देशों पर हमला करने वाले आतंकी खुलेआम क्यों घूम रहे हैं? उन्होंने सिंध विधानसभा में बुधवार को पत्रकारों से ये बात कही।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में काम कर रहे आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने के कारण उनके माता-पिता को सजा भुगतनी पड़ी। ये आतंकी संगठन पाकिस्तान में बच्चों को मार रहे हैं और विदेशी धरती पर हमले कर रहे हैं। इसकी सजा आज पूरा पाकिस्तान भुगत रहा है। बता दें भुट्टे के पिता आसिफ अली जरदारी पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति थे।
हाल ही में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा था कि विदेशों में हमले करने के लिए पाकिस्तान की धरती पर किसी भी आतंकी संगठन को काम नहीं करने दिया जाएगा। इसके बाद उनकी सरकार ने इस्लामिक आतंकवादी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई की घोषणा की। बिलावल भुट्टों ने ये दावा किया है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ में ऐसे तीन मंत्री हैं जिनका संपर्क प्रतिबंधित संगठनों से है।
ज्ञात हो कि भारत और पाकिस्तान के बीच जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए हमले के बाद से रिश्ते ठीक नहीं हैं। 14 फरवरी को हुए इस आत्मघाती हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) पर आत्मघाती हमला हुआ था, जिसमें 40 जवान शहीद हो गए। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी। इसके जवाब में भारत ने 26 फरवरी को पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में स्थित बालाकोट में आतंकी ठिकानों पर हवाई हमला किया था।
इसके अगले दिन पाकिस्तानी वायु सेना ने भारत के सैन्य प्रतिष्ठान पर हमला कर दिया। भारतीय वायु सेना की जवाबी कार्रवाई के बाद वो वापस लौट गए। भारत के मिग-21 ने पाकिस्तान का एफ-16 लड़ाकू विमान गिरा दिया था। चीन ने भी एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अपने वीटो का इस्तेमाल कर जैश सरगना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने के भारत के चौथे प्रयास को विफल कर दिया है।