नई दिल्ली। भाजपा के बागी शत्रु अर्थात शत्रुघ्न सिन्हा का आज कांग्रेस में शामिल होना हाल फिलहाल किन्ही कारणों के चलते टल गया। हालांकि कहा जा रहा है कि अब वो आगामी 6 अप्रैल को कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। वहीं सियासी गलियारों में शत्रु के आज कांग्रेस में शामिल न होने को लेकर अलग-अलग चर्चायें जारी हैं।
गौरतलब है कि इन चर्चाओं के बीच आज सिन्हा ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से भी मुलाकात की। इस मुलाकात के बाबत जानकारी देते हुए उन्होंने कहा, हमारी मुलाकात बेहद सार्थक रही, उन्होंने मेरी हौसला-अफजाई की। जिस तरह पार्टी ने मुझे सालों प्रताड़ित किया, जुल्मों सितम का मैं शिकार रहा, जिस तरह मैंने इसका सामना किया, ये उन्हें सराहनीय और प्रशंसनीय लगा। इसलिए उनका आभार प्रकट करता हूं।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राहुल देश के चहेते नेता हैं। वैसे भी मैं नेहरू-गांधी परिवार का बहुत बड़ा प्रशंसक रहा हूं। उन्हें नेशन बिल्डर मानता हूं। मैंने सरकार की खराब नीतियों की आलोचना की इसलिए मुझे प्रताड़ित किया गया। सिन्हा ने कहा कि जल्द ही कांग्रेस में शामिल होने जा रहा हूं, नवरात्र के बाद अच्छी खबर मिलेगी।
जबकि इस मुलाकात से पहले सिन्हा ने कहा था- अभी मैं राहुल जी से मिलने जा रहा हूं। हमारी ओर से किसी भी तरह की देरी नहीं है, कोई गड़बड़ी नहीं है। पटना साहिब सीट को लेकर उन्होंने बताया कि मैं कई बार कह चुका हूं कि सिचुएशन कोई भी हो, लोकेशन वही होगी।
वहीं आज शत्रुघ्न के कांग्रेस में शामिल न होने को लेकर सियासी गलियारों में दो तरह की चर्चायें जोरों पर हैं। एक चर्चा ये है कि संभवतः नवरात्रि के मद्देनजर कार्यक्रम टला है ताकि शुभ दिन और शुभ मुहुर्त में ही शुभ काम किया जाये। वहीं दूसरी तरफ चर्चा ये है कि क्यांकि शत्रु वैसे भी भाजपा रूपी दूध के जले हैं इसलिए कांग्रेस रूपी छाछ भी काफी फूंक-फूंक कर पीना चाहेंगे। अर्थात पहले सब कुछ अच्छे से तय हो जाये तब वो अपना कदम आगे बढ़ायें।
ज्ञात हो कि कहा जा रहा था कि शत्रुघ्न सिन्हा 28 मार्च को कांग्रेस का हाथ थामेंगे। इस बार भाजपा ने पटना साहिब से उनका टिकट काट दिया है। चर्चा है कि कांग्रेस उन्हें पटना साहिब सीट से अपना उम्मीदवार बना सकती है। इस सीट से वह लगातार दो बार भाजपा के टिकट पर जीत चुके हैं। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद को पटना साहिब से टिकट दिया गया है।