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हैदराबाद कांड के चारों आरोपी मुठभेड़ में गए मारे, महिलायें बोलीं- ऐसे ही मारे जायें दरिन्दे सारे

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नई दिल्ली। हैदराबाद में हाल ही में एक बेटरीनेरी महिला डाक्टर के साथ दरिन्दगी के बाद जिन्दा जलाये जाने की घटना के के चारों आरोपी शुक्रवार की भोर में मौका-ए-वारदात पर सीन रीक्रिएट किए जाने के दौरान पुलिस पर हमला कर भागने की कोशिश में जवाबी कारवाई में मारे गए। वहीं उनके इस प्रकार मारे जाने को देश में कुछ नेताओं और लोगों द्वारा गलत ठहराया गया जबकि देश की तमाम जनता खासकर मां बहिन बेटियों ने तेलंगाना पुलिस की इस कारवाई की न सिर्फ जमकर तारीफ की बल्कि तहेदिल से समर्थन भी किया है। पूरे देश में इस कारवाई पर अधिकांश लोगों की जो प्रतिक्रिया अब तक सामने आई है। उसने कहीं न कहीं ऐसे मामलों में कानूनी कारवाई में विलंब और लचर रवैये के प्रति लोगों की खीझ को भी उजागर किया है।

गौरतलब है कि तेलंगाना पुलिस के अनुसार आरोपियों को राष्ट्रीय राजमार्ग-44 पर क्राइम सीन रीकंस्ट्रक्ट करने के लिए ले जाया गया था। इस दौरान आरोपियों ने पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश की। इसके बाद पुलिस ने उनपर गोलियां चला दीं। इस मुठभेड़ में चारों आरोपियों की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं इस बाबत साइबराबाद पुलिस कमिश्नर ने प्रेस  कांफ्रेंस में कहा- महिला डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या के आरोपी आज सुबह मुठभेड़ में मारे गए। हत्या कर पीड़िता को जला दिया गया था। इस मामले में हमारे पास ठोस सबूत हैं। 4 और 5 दिसंबर को हमने आरोपी को पुलिस हिरासत में लेने के बाद पूछताछ की थी। 

इसके साथ ही कमिश्नर सज्जन्रार ने कहा कि आज पुलिस ने जांच के दौरान क्राइम सीन रीकंस्ट्रक्ट करने के लिए आरोपी को अपराध स्थल पर लाया। इसके बाद आरोपियों ने पुलिस पर हमला किया और उनसे हथियार छीन लिए और उन्होंने पुलिस पर गोलीबारी शुरू कर दी। इसके बाद पुलिस ने उन्हें चेतावनी दी और आत्मसमर्पण करने के लिए कहा लेकिन वे गोलियां चलाते रहे। फिर हमने गोलाबारी की और वे मुठभेड़ में सभी मारे गए। मुठभेड़ के दौरान पुलिस के दो जवान घायल हो गए हैं। उन्हें स्थानीय अस्पताल में भेज दिया गया है। हमने आरोपी व्यक्तियों से दो हथियार भी जब्त किए हैं।

आरोपियों के शव को पोस्टमार्टम के लिए स्थानीय सरकारी अस्पताल में भेज दिया गया है। मुठभेड़ के समय आरोपी व्यक्तियों के साथ लगभग 10 पुलिस थे। हमने घटनास्थल से पीड़ित का मोबाइल फोन भी बरामद किया है। मैं केवल यह कह सकता हूं कि कानून ने अपना कर्तव्य निभाया है। हमें संदेह है कि आरोपी कर्नाटक में कई अन्य मामलों में भी शामिल थे, जांच जारी है। जबकि वहीं शमशाबाद के डीसीपी प्रकाश रेड्डी ने कहा, ‘सायबराबाद पुलिस आरोपियों को क्राइम सीन रीकंस्ट्रक्ट करने के लिए लाई थी ताकि घटना से जुड़ी कड़ियों को जोड़ा जा सके। इसी बीच आरोपियों ने पुलिस से हथियार छीने और उनपर फायरिंग की। आत्मरक्षा में पुलिस ने उन्हें गोली मारी जिसमें आरोपियों की मौत हो गई।’

साइबराबाद पुलिस आयुक्त वीसी सज्जनार ने कहा, ‘आरोपी मोहम्मद आरिफ, नवीन, शिवा और चेन्नाकेशावुलू शादनगर के चटनपल्ली में पुलिस मुठभेड़ में आज सुबह मारे गए। सभी की मौत सुबह तीन बजे से छह बजे के बीच हुई। इन सभी आरोपियों को पुलिस रिमांड में रखा गया था। पुलिस चारों आरोपियों को उसी फ्लाईओवर के नीचे ले गई थी जहां उन्होंने पीड़िता को आग के हवाले किया था। यहां पर क्राइम सीन रीकंस्ट्रक्ट किया जा रहा था। इसी दौरान धुंध का फायदा उठाते हुए उन्होंने भागने की कोशिश की। इन्हें रोकने के लिए पुलिस ने गोलियां चलाईं जिसमें उनकी मौत हो गई। आरोपियों के पुलिस मुठभेड़ में ढेर होने की पुष्टि पुलिस आयुक्त ने की है। 

जबकि तेलंगाना पुलिस की इस कारवाई पर तमाम लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया दी हैं। जिसके तहत जहां पशु चिकित्सक के पिता ने पुलिस मुठभेड़ में मारे गए चारों आरोपियों पर कहा, ‘मेरी बेटी की मौत को दस दिन हो चुके हैं। मैं इसके लिए पुलिस और सरकार के प्रति आभार व्यक्त करता हूं। अब मेरी बेटी की आत्मा को शांति मिलेगी। वहीं, तेलंगाना के कानून मंत्री इंद्रकरण रेड्डी ने कहा कि भगवान ने इस मामले में इंसाफ किया है, जो हुआ ठीक हुआ। उन्होंने कहा कि चारों आरोपियों को घटनास्थल पर क्राइम सीन रीकंस्ट्रक्ट के लिए ले जाया गया था, लेकिन इन्होंने पुलिस के हथियार छीनकर भागने की कोशिश की जिसके बाद पुलिस कार्रवाई में सभी मारे गए।

वहीं इस मामले में निर्भया की मां ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि हैदराबाद पुलिस ने एनकाउंटर कर नजीर पेश की है। कम से कम अब हैदराबाद केस के पीड़ित परिवार को अब रोज-रोज आरोपियों का चेहरा तो नहीं देखना पड़ेगा। उन्होंने सरकार से ये भी अपील की है कि पुलिस के खिलाफ कोई कार्रवाई न करें उन्होंने बहुत अच्छा काम किया है। निर्भया के दोषियों को अब तक फांसी न मिलने की बात पर उन्होंने कहा कि अब यह सरकार पर सवाल उठता है कि आखिर कब निर्भया के दोषियों को फांसी मिलेगी।  हालांकि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने तेलंगाना मुठभेड़ का संज्ञान लिया है, अपने जांच दल से जांच कराने के आदेश दिए हैं।

ज्ञात हो कि ये मामला 27-28 नवंबर की रात का है। चारों आरोपी मोहम्मद आरिफ, शिवा, नवीन, केशवुलू  जब थोंडुपली ओआरआर टोल प्लाजा पर शराब पी रहे थे तभी महिला डॉक्टर को वहां स्कूटर खड़ा करते देखा। तभी इन्होंने खौफनाक साजिश रच डाली।  इन लोगों ने जानबूझकर महिला डॉक्टर की स्कूटी पंक्चर कर दी थी। इसके बाद मदद करने के बहाने उसे एक सुनसान जगह लेकर गए जहां उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और हत्या कर दी। बाद में पेट्रोल डालकर शव को आग के हवाले कर दिया। इसके बाद इन्होंने पीड़िता का स्कूटर कोथुर में खड़ा किया और सुबह पांच बजे ट्रक को आरामगढ़ ले गए। पुलिस को पीड़िता की अधजली लाश फ्लाईओवर के नीचे मिली थी।

तेलंगाना में महिला वेटनरी डॉक्टर के साथ गैंगरेप कर जिंदा जला देने की घटना के चार आरोपियों को एनकाउंटर में मार गिराए जाने की घटना की पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने शुक्रवार को सराहना की है। उनका कहना है कि त्वरित न्याय दिलाने का यही एकमात्र विकल्प था। उमा भारती ने इस मसले पर कई ट्वीट किए। इस घटनाक्रम के बाद बाबा रामदेव ने कहा कि हैदराबाद पुलिस ने जो काम किया है वह बहुत ही साहसी कार्य है। पीड़ित परिवार को न्याय दे दिया गया है। उन्होंने कहा इस घटना पर कानूनी सवाल एक अलग बात है, लेकिन मुझे यकीन है कि देश के लोग अब शांति मिली है। हैदराबाद गैंगरेप और मर्डर केस के चारों आरोंपियों के एनकाउंटर का बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने स्वागत किया है। राबड़ी देवी ने कहा है कि हैदराबाद में जो हुआ है, वह अपराधियों में डर का माहौल लाने का काम करेगा। हम इसका स्वागत करते हैं।

इस घटनाक्रम पर बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने ने कहा उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध लगातार अपराध बढ़ रहे हैं, लेकिन राज्य सरकार सो रही है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश और दिल्ली पुलिस को भी हैदराबाद पुलिस से प्रेरणा लेनी चाहिए, लेकिन दुर्भाग्य से यहां अपराधियों को राज्य के मेहमानों की तरह माना जाता है। अभी यूपी में जंगल राज है। इस घटनाक्रम के बाद मुरादाबाद के एक स्कूल की छात्राओं ने खुशी जाहिर ही। छात्राओं ने पुलिस जिंदा बाद के नारे लगाए। इसके साथ ही उन्होंने एक-दुसरों के मिठाईं भी खिलाई। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी महिलाओं ने एक-दूसरे का मुंह मीठा करा कर जश्न मनाया। इस दौरान महिलाओं ने सरकार से मांग की कि पूरे देश में जहां भी ऐसी घटना हो उनके आरोपियों को ऐसी ही सजा दी जाए।

बीजेपी नेता मेनका गांधी ने तेलंगाना सामूहिक दुष्कर्म और हत्या मामले के चार आरोपियों के हैदराबाद पुलिस द्वारा कथित मुठभेड़ में मारे जाने पर कहा कि इससे देश के लिए ”भयानक परिपाटी शुरू होगी। हैदराबाद गैंगरेप के आरोपियों के एनकाउंटर पर हैदराबाद से सासंद और एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का बड़ा बयान आया है।  असदुद्दीन ओवैसी ने हैदराबाद में गैंगरेप के आरोपियों के एनकाउंटर पर कहा कि मैं इस एनकाउंटर के खिलाफ हूं। साथ ही उन्होंने कहा कि यहां तक कि राष्‍ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने भी इस एनकाउंटर का संज्ञान लिया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने देश जहां एक ओर हैदराबाद की वेटनरी डॉक्टर से गैंगरेप और हत्या के आरोपियों के पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने की खुशी मनाई जा रही है, वहीं न्याय प्रणाली पर से लोगों का विश्वास उठ जाना भी एक चिंता का विषय है।

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