नयी दिल्ली. पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों में 11 नौसैनिक और दो आम नागरिक शामिल है. सभी आरोपी सोशल मीडिया के जरिए पाकिस्तानी खुफिया एजेंटों को नौसेना से संबंधित संवेदनशील सूचनाएं लीक करते थे.
पाक के एजेंटों ने इन सभी को हनी ट्रैप में फंसा रखा था. नौसेना के सूत्रों मुताबिक जासूसी मामले में अभी तक 11 नौसैनिकों और दो नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है.
इसके साथ ही संदिग्ध लोगों के साथ संपर्क रखने वाले कई नौसैनिकों के सोशल मीडिया प्रोफाइल को भी खंगाला जा रहा है. इस जासूसी के मामले में सबसे पहले आंध्र प्रदेश पुलिस, नौसेना की खुफिया इकाई और केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने संयुक्त कार्रवाई में सात नौसैनिकों को गिरफ्तार किया था.
आंध्र प्रदेश पुलिस इस जासूसी कांड की जांच कर रही है और नौसेना की खुफिया इकाई उसकी मदद कर रही है. नौसेना के मुंबई, करवार (कर्नाटक) और विशाखापट्टनम अड्डे से इन नौसैनिकों की गिरफ्तारी की गई थी.
हनी ट्रैप में फंसने के बाद इन लोगों ने भारतीय नौसेना से जुड़ी संवेदनशील सूचनाएं अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल के जरिए पाकिस्तान पहुंचाई थी.
नौसैनिकों द्वारा सोशल मीडिया के दुरुपयोग का मामला सामने आने के बाद नौसेना ने सैनिकों के स्मार्टफोन और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म के इस्तेमाल पर सख्ती से रोक लगा दी थी. हालांकि, इसी तरह के जासूसी के मामले सामने आने के बाद भी सेना और वायुसेना ने अभी तक इस तरह की रोक नहीं लगाई है.