नयी दिल्ली. संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया है.
मौजपुर के पास दो गुटों में पत्थरबाजी हुई, पथराव में एक लड़का घायल हो गया है जिसे पुलिस अस्पताल ले गयी है. पुलिस स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रही है. नियंत्रण में करने के लिए पुलिस आंसू गैस के गोले भी दागे.
राजधानी दिल्ली के शाहीनबाग में जारी विरोध प्रदर्शन के बीच रविवार दोपहर मौजपुर में स्थिति तनावपूर्ण हो गई. पूर्वी दिल्ली के मौजपुर में लोगों का एक समूह नागरिकता कानून (CAA) के समर्थन में धरने पर बैठ गया. इसके बाद दूसरे पक्ष के लोग भी सामने आ गए.
ताजा खबर यह है कि दोनों पक्षों के बीच पत्थरबाजी हुई है और फायरिंग भी हुई है. स्थिति तनावपूर्ण है. कहा जा रहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्र्म्प के भारत आने से पहले इस हिंसा को अंजाम दिया गया है. सबसे ज्यादा तनाव बाबरपुर रोड़ पर है. यहां घरों पर तोड़फोड़ की गई है. गोलियां ऐसे चलाई जा रही हैं जैसे पटाखे.
मौजपुर-बाबरपुर मेट्रो बंद कर दी गई है. थोड़ी देर की शांति के बाद मौजपुर में पत्थरबाजी फिर शुरू हो गई है.
सीएए के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे लोगों पर घरों से पत्थर और कांच की बोलतें फेंकी गईं. सीएए के समर्थकों का कहना है कि न अदालत न सरकार, हम सड़क पर करेंगे फैसला.
मौजपुर चौक पर सीएए के समर्थक जुटे हैं. ये देश के गद्दारों को गोली मारे ….. को के नारे लगा रहे हैं. यहां जय श्रीराम के नारे भी लगे हैं. इलाके की पूरी यातायात व्यवस्था ध्वस्त है. यहां नाेरे लग रहे हैं कि मोजी जी लंबे लठ बजाओ, हम तुम्हारे साथ हैं. पुलिस की मौजूदगी में प्रदर्शनकारी नारे लगा रहे हैं कि ‘दे देंगे आजादी और लेकर रहेंगे आजादी.
प्रदर्शनकारी भारी संख्या में हैं और पुलिस बल बहुत कम. यही कारण है कि पुलिस कुछ नहीं कर पा रही है. रेपिड एक्शन फोर्स भी नजर नहीं आ रही है.
पुलिस ने बाबरपुर पर मोर्चा संभाल लिया है. आंसू गैस के गोले छोड़े जा रहे हैं. सीएए के समर्थक मांग कर रहे हैं कि सीएए का विरोध करने वालों पर कार्रवाई हो. इस बीच, मौजपुर मेट्रो स्टेशन पर भी पत्थरबाजी की गई है.