भोपाल। इस भारी बेराजगारी के दौर में बेराजगारों को राजनीतिक दलों द्वारा नित नए सुनहरे सपने दिखाए जा रहे हैं जिसके तहत जहां भाजपा और देश के PM मोदी पकौड़ा बेचने को रोजगार बनाने की सलाह दे चुके हैं। वहीं अब कांग्रस ने उससे दो हाथ आगे निकलते हुए एक जबर्दस्त ऑफर शुरू किया है जिसमें वह नरेंद्र मोदी सरकार की खामियां बखूबी बताने वाले को संभवतः अपना प्रवक्ता बनाएगी।
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस आने वाले चुनावों के पहले अपनी पार्टी का मजबूती से पक्ष रखने की तैयारी में लगी हुई है। इसके लिए इच्छुक लोगों का सामान्य ज्ञान, इतिहास की समझ और नरेंद्र मोदी सरकार की खामियां वर्णित करने की उनकी क्षमता परख रही है। कांग्रेस की मध्यप्रदेश इकाई में विभिन्न स्तर पर प्रवक्ता बनाने के लिए पार्टी को करीब एक हजार आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनमें से योग्य लोगों के चयन की प्रक्रिया टैलेंट सर्च के माध्यम से शुरु की गई।
प्रत्याशियों की परीक्षा लेने के लिए एक विशेष चयन टीम भोपाल पहुंची है। प्रत्याशियों से नरेंद्र मोदी सरकार की खामियों और पूर्ववर्ती मनमोहन सरकार के अहम कार्यक्रमों जैसे सवाल पूछ कर पार्टी की विचारधारा से उनका जुड़ाव परखा जा रहा है। कांग्रेस की प्रदेश इकाई के प्रवक्ता भूपेंद्र गुप्ता ने मीडिया से कहा कि नई पीढ़ी को गुमराह करने और उन्हें जड़ों से काटने की लगातार साजिश हो रही है, उन्हें मूल इतिहास की धारा में लाने के लिए कांग्रेस पार्टी कोशिश कर रही है। इसी क्रम में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की मंशा अनुसार टैलेंट सर्च किया जा रहा है।
इस टैलेंट सर्च के माध्यम से पार्टी अपने लिए प्रवक्ता, मीडिया पैनलिस्ट, लेखकों, सोशल मीडिया की विभिन्न विधाओं में पारंगत प्रत्याशी चयन कर रही है। कुल आवेदनों में से शॉर्ट लिस्ट किए गए आवेदकों को व्यक्तिगत साक्षात्कार के माध्यम से क्षमतानुसार जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
पार्टी की इस चयन प्रक्रिया में करीब 40 महिला आवेदकों ने भी आवेदन दिए हैं। प्रत्याशियों के लिए उम्र सीमा 18 से करीब 40 वर्ष तक रखी गई है। इसके पहले कल चयन प्रक्रिया के लिए यहां पहुंचे कांग्रेस के राष्ट्रीय आईटी सोशल मीडिया सेल के समन्वयक डॉ मनीष दोशी और जयराजसिंह परमान ने कहा था कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का उद्देश्य इस प्रक्रिया के माध्यम से ऐसे आम लोगों को ढूंढकर सीधे अवसर प्रदान करना है जो पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से सीधे संपर्क में नहीं हैं, परंतु सक्रिय राजनीति के माध्यम से रचनात्मक कार्य करना चाहते हैं।