नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 मार्च बुधवार को शाम 5 बजे से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपने निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी के लोगों के साथ कोरोना वायरस के मुद्दे पर संवाद किया. पीएम मोदी ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी थी. इस मौके पर उन्होंने लोगों से इस बातचीत में शामिल होने की अपील की थी. उन्होंने अपील की कि नवरात्रि के इस मौके पर पूरे नौ दिन वे 9 गरीबों की मदद करें.
इस बातचीत के दौरान काशी की गृहणी अंकिता खत्री का वाक्य, जो रचता है, वो बचता है, पीएम मोदी को बहुत पसंद आया. पीएम मोदी ने बच्चों की देखभाल कैसे करें के सवाल के जवाब में कहा कि आपदा को अवसर में बदलना ही मानव जीवन की विशेषता है.
उन्होंने कहा कि बच्चे भी इस आपदा से बेहतर तरीके से निपटे रहे हैं. उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर उन्होंने ऐसे वीडियो भी देखे हैं. उन्होंने जल्द ही इन वीडियोज को कंपाइल कर सोशल मीडिया पर शेयर करने की बात भी कही. कोरोना की दवाइयों को लेकर फैली गलतफहमी पर श्री मोदी ने बताया, कोरोना के संक्रमण का इलाज अपने स्तर पर नहीं करें. ध्यान रखें कि अभी तक कोरोना के खिलाफ कोई भी दवा, कोई भी वैक्सीन पूरी दुनिया में नहीं बनी है. हमारे और दूसरे देशों में वैज्ञानिक इस पर काम कर रहे हैं लेकिन मैं आपसे कहूंगा कि आपको कोई भी दवा सुझाए तो भी डॉक्टर से बात करके ही कोई दवा लें.
9 गरीब परिवारों की मदद करने को कहा
देश में मजदूरों के कई जगह फंस जाने और गरीबों की रोजी-रोटी को लेकर लिए किए गए एक सवाल के जवाब में पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना का जवाब करुणा से दिया जाना चाहिए. हम जरूरतमंदों के प्रति करुणा दिखाने का एक कदम उठा सकते हैं. उन्होंने इस समय में डॉक्टरों और नर्सों को ईश्वर का रूप बताया. उन्होंने कहा, आज से नवरात्र शुरू हुए हैं. देश में जिनके पास शक्ति हो, अगले 21 दिन तक प्रतिदिन 9 गरीब परिवारों की मदद करने का प्रण लें. उन्होंने कहा कि अगर हम इतना कर लें तो इससे बड़ी मां की सेवा क्या हो सकती है! उन्होंने लोगों से पशुओं का भी ध्यान रखने को कहा.
वॉट्सएप से ली जा सकती है कोरोना वायरस के बारे में जानकारी
वाराणसी से पूछे एक प्रश्न का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कई लोगों को कोरोना को लेकर गलतफहमी है. उन्होंने कहा कि कई बार अहम बातें जो प्रामाणिक होती हैं, उस पर कुछ लोगों का ध्यान ही नहीं जाता है. उन्होंने ऐसे लोगों से आग्रह किया कि जितनी जल्दी हो सके गलतफहमी छोड़ सच्चाई को स्वीकारें. उन्होंने बताया कि यह बीमारी किसी से भेदभाव नहीं करती. उन्होंने कहा कि यह वायरस किसी बहुत व्यायाम करने वाले व्यक्ति को भी संक्रमित कर सकता है. सिगरेट और गुटखे के विज्ञापनों का जिक्र कर पीएम मोदी ने कहा कि ऐसे लोग होते हैं जिन पर चेतावनियों का असर नहीं पड़ता. इसके साथ ही पीएम ने सोशल डिस्टेंसिंग का महत्व बताते हुए, इसका पालन करने को कहा. उन्होंने बताया कि पूरी दुनिया में 1 लाख से ज्यादा लोग सही हो चुके हैं. उन्होंने बताया कि सरकार ने वॉट्सएप के साथ मिलकर एक हेल्पडेस्क भी बनाई है. जिसके जरिए आप 9013151515 पर वॉट्सऐप कर इस सेवा से जुड़ सकते हैं और जानकारियां पा सकते हैं.