लखनऊ। हाल ही में यूपी के उन्नाव में एक झोला छाप डाक्टर की गलती के चलते तकरीबन 76 लोगों के एचआइवी संक्रमित होने के मामले के तूल पकड़ने पर डीएम ने एक कमेठी गठित कर झोलाछाप डाक्टरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए थे। जिसके तहत शनिवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कार्रवाई करते हुए जिले में अवैध रूप से चल रहे 73 झोलाछाप क्लीनिकों को सील किया है।
गौरतलब है कि जिले के बांगरमऊ कस्बे में अपने को डॉक्टर बताने वाला राजेन्द्र यादव साइकिल से आता था और अपनी क्लीनिक पर मरीजों का उपचार करता था। उसकी लापरवाही से 76 लोगों में जानलेवा बीमारी एड्स की पुष्टि हो गई है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुशील चौधरी ने बताया कि राजेन्द्र यादव सभी मरीजों को एक ही सुई से इंजेक्शन लगाता था।
वहीं एचआईवी पॉजिटिव की पुष्टि के बाद मरीजों को लखनऊ के किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय रेफर कर दिया गया। इस सिलसिले में बांगरमऊ के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र प्रभारी डा. प्रमोद दोहरे ने राजेन्द्र यादव के खिलाफ 31 जनवरी को रिपोर्ट दर्ज कराई थी।