नई दिल्ली. कोरोना वायरस के संक्रमण की श्रृंखला को रोकने के लिए देश में 3 मई तक लॉकडाउन लागू किया गया है. लेकिन देश के अनेक क्षेत्रों में लोग लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन कर हैं. इसी बीच केंद्र सरकार ने सोमवार को कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर देश के पांच शहरों में हालात गंभीर हैं.
गृह मंत्रालंय के के अनुसार देश के मुंबई, पुणे, इंदौर, जयपुर, कोलकाता और पश्चिम बंगाल के कुछ अन्य स्थानों पर हालात विशेष रूप से गंभीर हैं और लॉकडाउन के नियमों के उल्लंघन से कोरोना वायरस फैलने का खतरा है. गृह मंत्रालय ने राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा कि कोरोना से निपटने के लिए काम कर रहे स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों पर हिंसा, सामाजिक दूरी बनाए रखने का उल्लंघन और शहरी इलाकों में वाहनों की आवाजाही के कई मामले सामने आए हैं, इन्हें रोका जाना चाहिए.
गृह मंत्रालय ने कहा कि मध्य प्रदेश के इंदौर, महाराष्ट्र के मुंबई एवं पुणे, राजस्थान के जयपुर और पश्चिम बंगाल के कोलकाता, हावड़ा, पूर्वी मेदिनीपुर, उत्तर 24 परगना, दार्जिलिंग, कलिम्पोंग और जलपाईगुड़ी में हालात विशेष रूप से गंभीर हैं. मंत्रालय ने कहा कि बंद के नियमों के उल्लंघन के सामने आए मामले लोगों के स्वास्थ्य को गंभीर खतरा पैदा कर रहे हैं और कोरोना वायरस के फैलने का खतरा भी बढ़ा रहे हैं.
मंत्रालय ने कहा कि केंद्र सरकार ने इन स्थानों में कोरोना संबंधी हालात का वहां जाकर आंकलन करने और चारों राज्यों, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान एवं पश्चिम बंगाल के लिए आवश्यक निर्देश जारी करने के लिए छह अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय टीमें गठित की है. उसने कहा कि टीम केंद्र सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगी.
गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि आईएमसीटी बंद के नियमों के अनुसार दिशा-निर्देशों के पालन एवं क्रियान्वयन, आवश्यक वस्तुओं की आपर्ति, सामाजिक दूरी, स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे की तैयारी, स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा और श्रमिकों एवं गरीबों के लिए स्थापित राहत शिविरों में हालात पर गौर करेंगी.