उत्तर प्रदेश में सोमवार को 76 नए मरीजों में कोरोना पॉजिटिव पाए गए। इसी के साथ अब तक 1176 मरीज़ कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 129 लोग डिस्चार्ज हो चुके हैं। इनमें से 1030 एक्टिव केस हैं। अब कोरोना वायरस से संक्रमित ज़िलों की संख्या 52 पहुंच चुकी है। प्रमुख सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया 8 ज़िले ऐसे हैं जो कोरोना से मुक्त हो चुके हैं । इनमें पीलीभीत, हाथरस, लखीमपुर, प्रयागराज, महराजगंज, बरेली, शाहजहांपुर और बाराबंकी हैं ।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद सोमवार को लखनऊ में अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी के साथ संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में यह जानकारी दे रहे थे। उन्होनें बताया जिन ज़िलों में हॉटस्पॉट चिन्हित किए गए हैं, वहां 14 दिनों तक कोई केस न मिलने पर इन्हें रेड जोन से ऑरेंज जोन में शिफ्ट कर दिया जाता है । इस तरह 28 दिनों तक कोई केस न मिलने पर वह ग्रीन जोन में आ जाते हैं ।
प्रमख सचिव स्वास्थ्य ने यह भी बताया की लखनऊ में कोरोना पॉजिटिव मरीज़ों की बढ़ती हुई संख्या को देखते हुए लखनऊ के लोक बंधु अस्पताल को भी लेविल-2 का कोविड-19 का अस्पताल बनाया जा रहा है । उन्होनें बताया मऊ में पाया गया मरीज़ देवबंद से आया था । एटा का मरीज़ आगरा के पारस हॉस्पिटल से आया था। इस अस्पताल के कारण आगरा में कई लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं । इसी तरह सुल्तानपुर में जो कोरोना का मरीज़ पाया गया है, वह दिल्ली से आया था। उन्होनें कहा एल-1 अटैच्ड फैसिलटी के भी अस्पताल बने जा रहे हैं । उनमें वह मरीज़ रखे जाएंगे, जिनमें कोरोना वायरस के लक्षण न दिख रहे हों । प्रमुख सचिव ने बताया अब तक 32 हजार से ज़्यादा कोरोना वायरस के नमूने लिए जा चुके हैं ।