नई दिल्ली। देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस जहां एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी को मौजूदा कोरोना संकट के दौरान भी तमाम मुद्दों पर जब तब घेरने में लगी है। वहीं ऐसे में लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी द्वारा प्रवासी मजदूरों की घर वापसी के लिए जारी प्रधानमंत्री मोदी के ईमानदार प्रयासों की सराहना किये जाने से सियासी सुगबुगाहट बढ़ गई है।
गौरतलब है कि लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने प्रवासी श्रमिकों को उनके घर पहुंचाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘ईमानदार प्रयासों’ की प्रशंसा की है। पश्चिम बंगाल की बरहामपुर लोकसभा सीट का पांचवी बार प्रतिनिधित्व कर रहे सांसद चौधरी ने बीती रात मोदी को पत्र लिखकर आग्रह किया कि गंभीर वित्तीय संकट का सामना कर रहे बेरोजगार प्रवासियों को अगर मुफ्त में टिकट नहीं दिया जा सकता तो टिकट के दाम कम कर दिए जाएं।
चौधरी ने पत्र में लिखा, ‘मैं प्रवासी कामगारों, रोगियों और उनके परिवारों, छात्रों, तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को 300 विशेष ट्रेनों के जरिये उनके घर भेजने के आपके ईमानदार प्रयासों की प्रशंसा करता हूं।’ उन्होंने कहा कि प्रवासी श्रमिक और अपने घरों से दूर रहने वाले लोग अब एक गंभीर वित्तीय संकट का सामना कर रहे हैं। वे किराया वहन नहीं कर सकते हैं, जो काफी अधिक है और उनकी पहुंच से परे है।पूर्व रेल राज्य मंत्री चौधरी ने लिखा, ‘अगर मुफ्त में यात्रा का प्रबंध नहीं किया जा सकता तो कृपया टिकट के दाम घटाने पर विचार करें।’
ज्ञात हो कि प्रवासी श्रमिकों की समस्याओं को कथित तौर पर सही तरीके से हल न कर पाने को लेकर मोदी सरकार की लगातार आलोचना कर रही कांग्रेस यह ऐलान भी कर चुकी है कि जरूरतमंद प्रवासी श्रमिकों की रेल यात्रा का खर्च पार्टी की राज्य इकाइयां वहन करेंगी। इतना ही नही बल्कि स्वंय अधीर रंजन चौधरी भी हाल में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा कोराना योद्धाओं के उत्साह वर्धन के लिए थाली ताली बजाने तथा दिया एवं मोमबत्ती समेत मोबाइल फ्लैश जलाने के आह्नवाहन का भरपूर विरोध कर चुके हैं। साथ ही अक्सर मोदी सरकार के खिलाफ कोई न कोई बयान देकर चर्चाओं में बने रहे हैं।