लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, गंगा एक्सप्रेसवे, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे राज्य के आधारभूत ढांचे में मील का पत्थर साबित होंगे। योगी ने कहा कि लंबे समय से प्रदेश को जिस आर्थिक विकास की तमन्ना थी, उसे आगे बढ़ाने में ये एक्सप्रेस वे मददगार साबित होंगे। विगत तीन वर्षों में निवेश के लिए अनुकूल वातावरण बनाने के लिए शासन, प्रशासन की टीम ने बेहतर कार्य किया है और इसके लिए काफी प्रभावशाली कदम भी उठाए गए हैं।
मुख्यमंत्री को उनके सरकारी आवास पर गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के लिए पंजाब नेशनल बैंक ने 750 करोड़ रुपये के ऋण का चेक सौंपा। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आज दुनिया में निवेश को लेकर नई प्रतिस्पर्धा शुरु हुई है। योगी ने कहा कि गोरखपुर में आपार संभावनाएं हैं। करीब पांच करोड़ की आबादी के स्वास्थ्य, शिक्षा, व्यापार और रोजगार का सबसे महत्वपूर्ण केंद्र गोरखपुर है। इतनी बड़ी आबादी के जीवन में खुशहाली लाने के लिए बेहतर कनेक्टिविटी की आवश्यकता है। अभी लखनऊ-गोरखपुर राष्ट्रीय राजमार्ग- 28 ही एकमात्र जरिया था। वैकल्पिक मार्ग एक्सप्रेस-वे को लेकर जब सर्वे हुआ तो अच्छे परिणाम सामने आए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर औद्योगिक गलियारे के विकास की कार्रवाई को भी तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है। गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने इस संबंध में भूमि अधिग्रहण व अन्य आवश्यक कार्यवाही को तेजी से आगे बढ़ाया है। गोरखपुर में अगले वर्ष के प्रारंभ में एम्स और 30 वर्ष पहले बंद हो चुका फर्टिलाइजर कारखाना कार्य करता हुआ दिखाई देगा। योगी ने कहा कि पूर्वांचल के दो महत्वपूर्ण शहर वाराणसी और गोरखपुर पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से जुड़ेंगे। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल जो विकास की दौड़ में बहुत पीछे था, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे वहां के विकास का बैकबोन बन सकता है।