जयपुर. राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर अपना जादू चलाने में सफल रहे तथा 107 विधायकों का समर्थन हांसिल करने में कामयाब रहे.
उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट की बगावत के बाद सोमवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आवास पर कांग्रेस विधायक दल की बैठक में प्रस्ताव पारित करके बागी गुट पर कार्रवाई का ऐलान किया गया. लेकिन सूत्रों से जो खबर मिल रही है वह यह कि , राहुल गांधी और प्रियंका गाधी अभी भी पायलट को मनाने में जुटे हैं. यह खबर भी आयी है कि पायलट भाजपा में नहीं जा रहे हैं. पार्टी सूत्रों ने दावा किया कि कुल मिलाकर 107 विधायक इस महत्वपूर्ण बैठक में शामिल हुए. विधायक दल की बैठक में पारिस्त प्रस्ताव में कहा गया है, ‘कांग्रेस विधायक दल पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी, पार्टी नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में आस्था और भरोसा व्यक्त करता है.
यह बैठक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में सर्वसम्मति से समर्थन व्यक्त करती है.’इसके साथ ही इस प्रस्ताव में कांग्रेस पार्टी व राज्य में कांग्रेस सरकार को कमजोर करने वाले सभी अलोकतांत्रिक तत्वों की निंदा करते हुए कहा गया है कि अगर कोई पार्टी पदाधिकारी या विधायक इस तरह की गतिविधियों में संलिप्त पाया जाता है तो उसके खिलाफ कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जानी चाहिए.
बैठक के बाद विधायकों को बसों से दिल्ली रोड पर एक निजी होटल में ले जाया गया. पार्टी सूत्रों का कहना है कि मौजूदा संकट के निपटने तक संभवत: ये विधायक वहीं रुकेंगे. इससे पहले अशोक गहलोत ने अपने समर्थक विधायकों को मीडिया के सामने पेश करते हुए यह संदेश दिया कि उनके पास बहुमत कायम है. सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने पायलट से बात की है और उनसे कहा है कि वे मुख्यमंत्री के खिलाफ बगावत नहीं करें.
उन्हें उनकी चिंताओं को दूर करने का विश्वास भी दिलाया गया है. सूत्रों के अनुसार, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने पायलट से बात की है. इसके साथ ही अहमद पटेल, पी चिदंबरम और केसी वेणुगोपाल ने भी उनसे संपर्क किया है. कांग्रेस के एक नेता ने बताया कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बातचीत में सचिन पायलट ने जो भी मुद्दे रखे हैं, उनके निराकरण का विश्वास दिलाया गया है.