मुंबई. सुपरस्टार सलमान खान की फिल्में जहां बॉक्सऑफिस पर धुआंधार कमाई करती हैं वहीं वह सोशल वर्क करने के लिए भी लगातार चर्चा में रहते हैं. सलमान ने सोशल वर्क के लिए 2007 में एनजीओ बीइंग ह्यूमन फाउंडेशन की स्थापना की लेकिन अब उनके इस एनजीओ पर गंभीर आरोप लगे हैं. साल 2016 में बीइंग ह्यूमन ने बीएमसी के साथ डायलिसिस सेंटर खोलने के लिए कोलॉब्रेट किया था. अब एनजीओ पर अपनी बात पर कायम ना रहने का आरोप लगा है और खबर ये भी है कि इसे ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है.
मुंबई मिरर की खबर के मुताबिक साल 2016 में बीएमसी ने पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के तहेत 12 डायलिसिस सेंटर खोलने की योजना बनाई थी. इस दौरान बीएमसी ने लगभग 350 रुपये इलाज की फीस रखी थी. सलमान के एनजीओ ने 339.50 रुपये में डायलिसिस सर्विसेज लोगों तक पहुचांने का निर्णय लिया था. इसमें एनजीओ ने बांद्रा में 24 डायलिसिस मशीनें लगाने की बात कही थी.
ताजा रिपोर्ट के मुताबिक सलमान का एनजीओ वादों को पूरी तरह से निभाने में असफल रहा है और इस वजह से एनजीओ को ब्लैकलिस्ट भी कर दिया गया है. एडिशनल म्यूनिसिपल कमिश्नर कुंदन ने भी इस खबर को सही करार दिया है.
इसके अलावा बीइंग ह्यूमन की तरफ से इस मामले पर अलग स्टेटमेंट दिया गया है. उन्होंने उल्टा बीएमसी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि कुछ जरूरी आवश्यकताएं पूरा करने में सिविक बॉडी असफल रही है. बीइंग ह्यूमन चाहता है कि सिविक बॉडी द्वारा ये जरूरत पूरी की जाए और दोनों के बीच कॉन्ट्रेक्ट में इसे जोड़ा जाए साथ ही एनजीओ ने इस बात का भी खुलासा किया है कि दोनों के बीच कोई ऑफिसियल कॉन्ट्रेक्ट साइन नहीं हुआ था. एनजीओ के तरफ से ये भी कहा गया कि ये सारी चीजें अभी डिस्कशन में थीं.