नई दिल्ली. दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में डिजिटल इंडिया ट्रांस्फोर्मेटिक रहा है. भारत में 6 करोड़ से बढ़कर 33 करोड़ मोबाइल फोन का उत्पादन हुआ. 31 जुलाई तक प्रोडक्शन लिंक इन्सेन्टिव के लिए आवेदन मंगाए गए थे, जिसमें लगभग 22 आवेदन आये हैं.
रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के लिये 15 हज़ार से अधिक मोबाइल उत्पादन बेंच मार्क था. आने वाले 5 साल में 11. 5 लाख करोड़ का मोबाइल और कॉम्पोनेंट बनाये जाएंगे. इसका 60 फीसदी निर्यात करेंगे. इससे प्रत्यक्ष तौर पर 3 लाख और 9 लाख अप्रत्यक्ष तौर पर भारतीयों को नौकरी मिलेगी.
उन्होंने आगे कहा कि एप्पल और सैमसंग ने भी भारत में उत्सुकता जताई. एप्पल का भारत में स्वागत है. सैमसंग का भी भारत में स्वागत है. 40 अन्य कंपनियों ने भी कॉम्पोनेंट बनाने की उत्सुकता जताई थी. विदेशी कंपनी जिन्होंने आवेदन दिया है, उनमें सैमसंग, फॉक्सकॉन आदि शामिल हैं.
इसके बाद केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वहीं भारतीय कंपनियों की बात की जाए तो लावा जैसी कंपनी ने आवेदन दिया है. पीएम नरेंद्र मोदी सरकार की कोशिश है कि भारत इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के उत्पादन का हब बने. अभी डोमेस्टिक वैल्यू एडिशन 15 से 20 फीसदी होता है, जिसे 35 से 40 फीसदी पहुंचाने की उम्मीद है.