बेंगलुरु: कर्नाटक सरकार के मंत्रियों ने कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में हुई हिंसा को ‘सुनियोजित कृत्य’ करार दिया है. मंत्री सीटी रवि ने कहा कि उत्तर प्रदेश की तरह ही बेंगलुरु हिंसा में शामिल लोगों की संपत्ति जप्त की जाएगी.
हिंसा में तीन लोगों की मौत हुई है और 60 पुलिसकर्मियों समेत दर्जनों घायल हुए हैं.
मंत्री सीटी रवि के अनुसार दंगे सुनियोजित थे. संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के लिए पेट्रोल बम और पत्थरों का इस्तेमाल किया गया. 300 से अधिक गाड़ियां जला दी गई. हमारे पास कुछ संदिग्ध हैं, लेकिन जांच के बाद ही इसकी पुष्टि की जा सकती है. हम यूपी की तरह दंगा करने वालों से नुकसान की वसूली करेंगे.”
बता दें कि पिछले साल दिसंबर के महीने में उत्तर प्रदेश और दिल्ली समेत कई राज्यों में सीएए के खिलाफ आंदोलन के दौरान हिंसा भड़क उठी थी. इसके बाद यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ सख्ती दिखाते हुए संपत्ति जब्त करने के आदेश दिए थे. कई मामलों में कार्रवाई भी हुई.
कर्नाटक के मंत्री आर अशोक ने कहा कि दंगा फैलाने वाले ‘गद्दारों’ से कड़ाई से निपटा जाएगा और ऐसे कदम उठाये जायेंगे ताकि ऐसी घटना करने की कोई हिमाकत नहीं कर सके.
कांग्रेस विधायक अखंड श्रीनिवास मूर्ति के साथ भेंट के बाद अशोक ने कहा, ‘‘ जिस तरह दंगे किये गये, उससे लगता है कि यह सुनियोजित कृत्य था और मंशा उसे शहर के अन्य हिंस्सों में भी फैलाने की थी. ये गद्दार हैं और हम उन्हें काबू में करेंगे.’’
विधायक के रिश्तेदार द्वारा ‘सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील’ मुद्दे पर सोशल मीडिया पर कथित रूप से पोस्ट करने के बाद मंगलवार रात को पुलकेशीनगर के डी जे हल्ली इलाके में हिंसा फैल गयी जिसमें तीन लोगों की जान चली गयी.
मंत्री ने कहा कि विधायक के घर को पूरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया गया और गहने समेत बहुत सारे सामान लूट लिये गये और बाकी आग के हवाले कर दिया गया. अशोक ने कहा, ‘‘ विध्वंसक कृत्य की तीव्रता से स्पष्ट है कि इरादा श्रीनिवास मूर्ति पर हमला करने और उनका सफाया करने का था. इसकी जांच की जानी है कि क्या राज्य के और बाहर के असामाजिक तत्व इसमें शामिल थे?’’
उन्होंने दावा किया कि इस हिंसा की साजिश बेंगलुरु के लोगों को आतंकित करने के लिए रची गयी . उन्होंने कहा कि सरकार कड़ा संदेश देगी ताकि कोई फिर कानून व्यवस्था हाथ में लेने का दुस्साहस न करे.
पॉपुलर फ्रंट का जिक्र
उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने मुख्मयंत्री के साथ बैठक की और उन्हें जमीनी स्थिति से अवगत कराया. मंत्री ने कहा कि असामाजिक तत्वों को काबू में किया जाएगा. अशोक ने कहा, ‘‘ इसके पीछे चाहे पॉपुलर फ्रंट हो या एसडीपीआई, हमें फर्क नहीं पड़ेगा. ये लोग गिरफ्तार किये जाएंगे. ये कहीं भी छिपे हों, हम ढूढ निकालेंगे.’’
श्रीनिवास मूर्ति क्या बोले?
डरे हुए विधायक मूर्ति ने कहा, ‘‘ जब करीब 3000 लोगों ने पेट्रोल बम, क्लब, लाठी-डंडे से हमला किया और गाड़ियों में आग लगा दी, घर को नुकसान पहुंचाया तब हम घर में नहीं थे. इस घटना के बाद मुझे सरकार से सुरक्षा की जरूरत है. ’’
जब उनसे उनके रिश्तेदार नवीन के बारे में पूछा गया तब उन्होंने कहा, ‘‘ नवीन मेरा रिश्तेदार नहीं है. पिछले दस सालों से हम उसके संपर्क में नहीं हैं.’’