नई दिल्ली. बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या केस में वकील विकास सिंह ने सुशांत की पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर सवाल उठाया है. वकील विकास ने कहा कि मैंने सुशांत सिंह राजपूत की पोस्टमार्टम रिपोर्ट जो मैंने देखी है वह मृत्यु के समय का उल्लेख नहीं करती है जो एक महत्वपूर्ण विवरण है. क्या उसे मारने के बाद फांसी दी गई थी या उसकी मौत फांसी से हुई थी. उन्होंने कहा कि ये सभी बातें मौत के समय से स्पष्ट हो सकती हैं.
इससे पहले सुशांत के परिवार के वकील विकास सिंह ने कहा था कि मेरी शिकायत में साफ तौर पर कहा गया है कि मुंबई पुलिस इस मामले में मिली हुई है. वो ठीक से जांच नहीं कर रहे हैं. मुझे बिहार में एफआईआर दर्ज कराने का पूरा अधिकार है. मेरी बेटी मुश्किल से महज 10 मिनट की दूरी पर थी जब उन्होंने दरवाजा खोला और बॉडी को नीचे उतारा. उन्होंने दरवाजा खोलने से पहले ताला तोडऩे वाले को भी वहां से भेज दिया. क्या ये सब हालात संदेहास्पद नहीं लगते हैं?
सुशांत सिंह राजपूत के आत्महत्या के मामले में कलीना फॉरेंसिक लैब से टॉक्सिकोलॉजी, साइबर, लिजीचार मार्क, नेल सैंपलिंग, स्टमक वॉश रिपोर्ट आ गई है. रिपोर्ट के अनुसार सुशांत की बॉडी में ऐसा कोई निशान नहीं है, जो उनकी हत्या की ओर इशारा करता हो. नेल सैंपलिंग रिपोर्ट में किसी तरह के झपट्टे या खींचने के निशान नहीं मिले हैं. जबकि उनके कपड़ों पर पड़े सफेद रंग के दाग उनके सलाइवा के थे जो आत्महत्या के बाद उनके मुंह से झाग के तौर पर निकले थे और कपड़ों पर ड्राई हो गए थे. रिपोर्ट में कहा गया है कि ये किसी तरह के हमले के निशान नहीं हैं.