श्रीनगर। सुरक्षाबलों के साथ जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में हुई मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा का शीर्ष कमांडर वसीम शाह शाह (23) उर्फ ‘अबू ओसामा भाई’ और उसका एक साथी मारा गया। वहीं गोलीबारी में एक आम नागरिक को गोली लग गई जिसे श्रीनगर अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया। पुलवामा में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं और शैक्षणिक संस्थान भी आज बंद रहेंगे।
दक्षिण कश्मीर में पिछले साल फैली अशांति का मास्टरमाइंड वसीम को माना जाता था। पुलवामा के लित्तर इलाके में शाह को मार गिराया गया। आंतकवादियों के लिए यह जगह सुरक्षित पनाहगाह मानी जाती है। लित्तर में पिछले चार साल में यह पहला आतंकवाद रोधी अभियान है। जम्मू -कश्मीर पुलिस शाह की गतिविधियों पर नजर रखे हुए थी। उसे ‘हेफ्फ का डॉन’ भी कहा जाता था। यह जगह दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले में है जिसे आतंकवादियों का एक और पारंपरिक गढ़ माना जाता है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि यह सूचना मिलने के बाद कि शाह लित्तर इलाके में छिपा हुआ है, पुलिस तथा उसके विशेष अभियान समूह ने इलाके की घेराबंदी की।
उन्होंने बताया कि शाह और उसके अंगरक्षक निसार अहमद मीर ने वहां से भागने की कोशिश की लेकिन वह घेराबंदी को नहीं तोड़ पाया जो सीआरपीएफ और सेना की मौजूदगी से और मजबूत हो गई थी। सुरक्षाबलों ने कई आंतकी मामलों में वांछित शाह और इस साल मई में आतंकवादियों से जुड़े स्थानीय लड़के निसार को मार गिराया। शोपियां के हेफ्फ-श्रीमाल निवासी शाह वर्ष 2014 में आंतकवादी समूह में शामिल हुआ था और उसे पिछले साल दक्षिण कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में फैली अशांति का ‘मास्टरमाइंड ’ माना जाता था। पुलिस ने बताया कि शाह स्कूल के दिनों से ही लश्कर-ए-तैयबा आतंकी समूह का सक्रिय समर्थक था और उसने समूह के लिए संवाहक (कुरियर ब्वॉय) के तौर पर भी काम किया। शाह इस आतंकी संगठन के लिए नए लोगों की भर्ती कर रहा था। उसके सिर पर 10 लाख रुपये का नकद इनाम था। पुलिस ने बताया कि वह दक्षिण कश्मीर में सुरक्षाबलों पर हुए कई हमलों में शामिल था।