- राजस्थान की हार और घोटालों की मार
- भाजपा के लिए वैसे ही सिरदर्द बने
नई दिल्ली। भाजपा के लिए वक्त! अब होने लगा है थोड़ा सख्त!!
और गर अब भी वह नही सम्हली, तो जायेगा ताज ओ तख़्त!!
जी इसके इशारे अब बखूबी मिलने लगे हैं क्योंकि हाल में राजस्थान की हार और घोटालों की मार दोनों ही भाजपा के लिए वैसे ही सिरदर्द बने हैं इसी बीच आज जब अपनी पार्टी मुख्यालय का पता बदलने चले तो कार्यक्रम के दौरान शिलापट्ट पर लगा पर्दा भी उसके नेताओं को अकड़ दिखाने से बाज नही आया। और तमाम जद्दोजेहद के बाद ही वह खुल सका।
गौरतलब है कि आज से दिल्ली के दीनदयाल उपाध्याय मार्ग पर बने भाजपा के हाईटेक मुख्यालय के उद्घाटन के साथ ही करीब 34 साल बाद पार्टी का पता बदल गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शिलापट्ट का अनावरण किए जाने के साथ ही भाजपा मुख्यालय का पता 11 अशोक रोड से बदलकर अब 6-ए दीनदयाल उपाध्याय हो गया।
लेकिन पता बदलने की कवायद शायद पार्टी के भविष्य के लिए अच्छे संकेत नही दे रही है क्योंकि मोदी जब कार्यालय का उद्घाटन करने लगे तो कुछ समय के लिए एक अजीब स्थिति आ जाने से सब परेशान हो गए। मोदी के साथ पार्टी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी भी थे। जैसे ही मोदी और आडवाणी ने शिलापट पर लगा पर्दा हटाने के लिए डोर को खींचना शुरू किया। तो पर्दा थोड़ा-सा सरका लेकिन बीच में ही फंस गया।
इसके बाद मोदी, आडवाणी सहित गृहमंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, मुरली मनोहर जोशी ने डोर को थोड़ा और जोर से खींचा लेकिन पर्दा टस से मस नहीं हुआ। ऐसी स्थिति में राजनाथ सिंह आगे हुए और पर्दे को हाथ से ही हटा दिया। उल्लेखनीय है कि करीब 34 साल बाद भाजपा ने अपना पता बदला है। जल्द ही भाजपा के पुराने दफ्तर 11 अशोक रोड को खाली कर दिया जाएगा और पार्टी नए दफ्तर में शिफ्ट हो जाएगी।