नई दिल्ली. सुशांत सिंह के परिवार की ओर से वकील विकास सिंह ने आज 2 सितम्बर बुधवार को मीडिया को ब्रीफ किया, जिसमें उन्होंने बताया कि सुशांत की हालत रिया चक्रवर्ती के उनकी लाइफ में आने के बाद ही बिगड़ी थी. मीडिया में उनकी मेंटल हेल्थ को लेकर एक कैंपेन चलाया गया है. इस दौरान विकास सिंह ने एफआईआर के मुताबिक अपने केस के सारे पॉइंट्स क्लियर किए. साथ ही यह भी बताया कि परिवार के बारे में जो अफवाहें फैलाई जा रही हैं, वे सब गलत हैं. सुशांत के पास कोई भी लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी नहीं थी.
विकास सिंह ने बताया- सुशांत की मानसिक स्थिति 2019 तक ठीक थी, लेकिन रिया के सुशांत की जिंदगी में आने के बाद उनकी मानसिक स्थिति बिगड़ गई. मानसिक तनाव के लिए रिया जिम्मेदार थीं. रिया ने उन्हें एंजाइटी की दवाइयां दीं. जिन डॉक्टरों से भी उनका इलाज करवाया गया, उस बारे में फैमिली को जानकारी नहीं दी गई और ना ही दवाओं के बारे में बताया गया.
8 जून यानी जिस दिन रिया सुशांत के फ्लैट से चली गई थीं. इस दिन के बारे में विकास सिंह ने बताया कि सुशांत को घबराहट होने लगी थी. उसने अपनी बहन से दवा के बारे में पूछा था, क्योंकि उनकी बहन भी दवाएं लेती थीं इन स्थितियों के लिए इसलिए उन्होंने सुशांत के लिए ओरल प्रिस्क्रिप्शन डॉक्टर से लिया था.
उन्होंने कहा- सुशांत की बहनें मुझसे मिलीं और दुखी हुई हैं कि मीडिया में उनकी फैमिली को बदनाम करने के लिए कैम्पेन चलाया जा रहा है. ये कैंपेन इसलिए चलाया जा रहा, ताकि रिया को मदद मिले. मीडिया में जो भी चलाया जा रहा है, उसके बारे में मैं कहना चाहूंगा कि परिवार की मुश्किलों और दुखों को और ना बढ़ाइए. गवाहों को ऑन कैमरा लाकर सुशांत का केस कमजोर ना करें.
विकास सिंह ने बताया कि मीडिया में ये खबरें चल रही हैं कि परिवार सुशांत की लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी के पैसों के लिए आत्महत्या को हत्या साबित करना चाहता है. ऐसी खबरें गलत हैं और परिवार के लिए अपमानजनक हैं. अगर इन रिपोर्ट्स को नहीं रोका गया तो हम चैनलों के खिलाफ एक्शन लेने को मजबूर होंगे. ऐसी कोई पॉलिसी सुशांत ने नहीं ले रखी थी, यह मैं यहां पर स्पष्ट कर देना चाहता हूं. यह रिपोर्ट्स आरोपी को बचाने की कोशिश हैं.
उन्होंने कहा कि परिवार ने मिलकर फैसला लिया है कि सुशांत के जीवन पर कोई फिल्म, वेब सीरीज, किताब या टीवी सीरियल, बिना उनके पिता की इजाजत के नहीं बनाया जाएगा. स्क्रिप्ट और फिल्म की कहानी दिखानी ही होगी. अगर फिर भी ऐसा कोई करता है, तो उसे सबसे पहले परिवार से लिखित अनुमति लेनी होगी. आज के बाद बिना परमिशन कोई ऐसा करता है उसके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा.