नई दिल्ली. भारत सरकार ने हाल ही में देश में पबजी मोबाइल पर बैन लगा दिया था. पबजी के अलावा सरकार ने 117 अन्य चाइनीज ऐप्स पर बैन लगाया था. पबजी मोबाइल भारत में बेहद पॉप्युलर गेम है. अब पबजी मोबाइल गेम के फैंस के लिए अच्छी खबर है. पबजी मोबाइल की जल्द ही भारत में वापसी हो सकती है. दरअसल पबजी कॉर्पोरेशन ने चीन के टेनसेंट गेम्स से नाता तोडऩे का फैसला किया है.
क्या है पूरा मामला ?
पबजी मूल रूप से दक्षिण कोरिया में डिवेलप किया गया गेम है. इस गेम के मोबाइल वर्जन की फ्रेंचाइजी चीन टेनसेंट गेम्स ने ले रखी है. अब भारत में चाइनीज ऐप्स के बैन होने के बाद पबजी की पेरेंट कंपनी ने भारत में पबजी के ऑपरेशंस अपने हाथ में लेने का फैसला किया है और भारत में टेनसेंट गेम्स की फ्रेंचाइजी कंपनी सस्पेंड कर दी है.
साउथ कोरियन कंपनी संभालेगी कमान
टेनसेंट गेम्स से नाता तोडऩे के बाद अब पबजी की सीड कंपनी भारत में पबजी से जुड़े ऑपरेशंस को अंजाम देगी. इसका मतलब यह भी है कि भारत में पबजी मोबाइल पर लगा बैम जल्द ही हटाया जा सकता है.
सरकार ने लगाया 118 चाइनीज ऐप्स पर बैन
सरकार ने ऐप्स पर बैन लगाने वाले आदेश में बताया है कि इन ऐप्स की ओर से कलेक्ट और शेयर किया जा रहा डेटा, यूजर्स के साथ-साथ राष्ट्र की सुरक्षा के लिए खतरा बन सकता था. बैन किए गए 118 ऐप्स में कई पॉप्युलर नाम शामिल हैं. लॉकडाउन के दौरान पॉप्युलर हुए लूडो और कैरम जैसे गेम्स पर भी बैन लगाया गया है. लिस्ट में लूडो ऑल स्टार और लूडो वर्ल्ड-लूडो सुपरस्टार के अलावा चेस रस और कैरम फ्रेंड्स भी शामिल है.
टिकटॉक पर भी लग चुका है बैन
यह पहली बार नहीं था जब सरकार ने चाइनीज ऐप्स पर बैन लगाया है. इससे पहले कंपनी 59 चीनी ऐप्स पर बैन लगा चुकी है. इसमें पॉप्युलर शॉर्ट विडियो मेकिंग ऐप टिकटाक भी शामिल था. बीते कुछ समय से चीन और भारत के बीच में सीमा पर तनाव की स्थिति बनी हुई है. इस वजह से सरकार ने ऐप्स को बैन करने का फैसला किया है.