नई दिल्ली. मॉनसून सत्र के पहले दिन ही 17 सांसद कोरोना वायरस पॉजिटिव पाए गए हैं. सभी सांसदों की सदन चलने से पहले कोरोना जांच की गई थी. अबतक हुई जांचों में बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी, अनंत कुमार हेगड़े और प्रवेश साहिब सिंह वर्मा समेत 17 सांसद पॉजिटिव मिले हैं. पॉजिटिव मिले सांसदों में सुखबीर सिंह, प्रताप राव जाधव, जनार्दन सिंह, हनुमान बेनीवाल, सेल्वम जी, प्रताप राव पाटिल, रामशंकर कठेरिया, सत्यपाल सिंह समेत अन्य भी शामिल हैं.
17 सांसदों को हुआ कोरोना
संसद चलने से पहले सभी सांसदों का कोविड-19 टेस्ट हुआ था. उनमें से अबतक 17 की रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है. संसद में कोरोना के लिए किए गए हैं इंतजाम लोकसभा सदस्यों का टेस्ट 13 और 14 अगस्त को संसद परिसर में ही किया गया था. कोरोना महामारी के बीच, संसद के निचले सदन यानी लोकसभा की कार्यवाही सोमवार सुबह 9 बजे शुरू हुई. सांसदों के हाजिरी लगाने का तरीका बदल गया है. अब सांसदों को अटेंडेंस रजिस्टर ऐप के जरिए उपस्थिति दर्ज करानी होगी. सोमवार को कई सांसदों ने बड़ी दिलचस्पी से इसका प्रोसेस समझा. लोकसभा में सांसदों की डेस्क के आगे कांच की शील्ड लगाई गई है. अधिकतर सांसद बैठकर ही अपनी बात कख रहे हैं.
कोरोना के कारण बदला-बदला था सदन का नजारा
पहली बार बैठकर बोले सांसद लोकसभा के इतिहास में पहली बार सांसदों को अपनी सीटों पर बैठकर बोलने की अनुमति दी गई. सांसदों को अपनी सीट पर बैठकर बोलने की अनुमति देते हुए, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने कहा, इस मानसून सत्र में सभी सासंद पहले अपनी सीटों पर बिना खड़े हुए बोलेंगे. ऐसा कोविड -19 महामारी को देखते हुए किया जा रहा है. इससे पहले, सभी सांसद संसद में बोलने से पहले खड़े होते थे. यह आसन के प्रति सम्मान दर्शाने का प्रतीक है.
सोशल डिस्टेंसिंग के कारण बदले नियम
कई चीजें हो रहीं पहली बार स्पीकर ओम बिड़ला ने बताया कि यह इतिहास में पहली बार है जब निचले सदन की कार्यवाही के दौरान कई लोकसभा सदस्य राज्य सभा में बैठेंगे. उच्च सदन की कार्यवाही के दौरान राज्यसभा सदस्यों को लोकसभा में बैठने का मौका मिलेगा. उन्होंने कहा कि सभी सुरक्षा प्रोटोकॉल सुनिश्चित किए गए हैं और अधिकतम डिजिटलाइजेशन किया गया है. सदन की कार्यवाही हर दिन केवल चार घंटे के लिए होगी.
देश में 48 लाख से ज्यादा कोरोना के केस
बता दें कि देश में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या 48 लाख के पार पहुंच चुकी है. हालांकि अच्छी बात ये है कि 37 लाख से ज्यादा लोग इस जानलेवा वायरस से ठीक हो चुके हैं. इस जानलेवा बीमारी ने अबतक 79 हजार लोगों की जान ली है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने आज संसद में बताया कि कोरोना वायरस से रिकवरी रेट 78 फीसदी तक पहुंच गया है.