तेहरान.अज़रबैजान और आर्मीनिया के बीच विवादित नागोर्नो-काराबाख़ इलाके को लेकर भारी संघर्ष अभी भी जारी है और दोनों ही देशों की सेनाओं ने फिलहाल पीछे हटने से इनकार कर दिया है. इस युद्ध पर ईरान ने चेतावनी दी है कि इससे तबाही आ सकती है और ये लड़ाई व्यापक रूप से क्षेत्रीय युद्ध को बढ़ा सकती है.
ईरान के राष्ट्रपति हसन रोहानी ने कहा है कि इस युद्ध के बाद इलाके की स्थिरता को ख़तरा है और ये ऐसे ही चलता रहा तो पड़ोसी देशों पर भी इसका बड़ा असर देखने को मिल सकता है. ईरान ने कहा कि ये इलाका औपचारिक रूप से अज़रबैजान का हिस्सा है लेकिन यहां रहने वाले लोग आर्मीनियाई हैं. फिलहाल ही दोनों देश एक दूसरे पर हिंसा की शुरुआत करने का आरोप लगा रहे हैं.
दोनों देशों का कहना है कि दक्षिण कॉकेशस इलाक़े में पिछले 25 सालों में हो रही सबसे घातक लड़ाई में मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है. पश्चिमी मीडिया से मिल रही ख़बरों के अनुसार पर नागोर्नो-काराबाख़ के रिहाइशी इलाक़ों में अज़रबैजानी सैना क्लस्टर बम गिरा रही है. अंतरराष्ट्रीय समझौतों के अनुसार क्लस्टर बम का इस्तेमाल प्रतिबंधित है. हालांकि न तो अज़रबैजान ने और न ही आर्मीनिया ने इससे जुड़े अंतरराष्ट्रीय कन्वेन्शन पर हस्ताक्षर किए हैं.