कोलकाता. भारतीय जनता पार्टी के नबान्न आंदोलन के दौरान विगत गुरुवार को भाजपा नेता की सुरक्षा में तैनात बलविंदर सिंह नाम के जिस सिख सुरक्षाकर्मी की पगड़ी बंगाल पुलिस के जवानों ने खींची थी और थाने ले गए थे, वे पूर्व सैनिक हैं.
सुरक्षाकर्मी के साथ बर्बरता का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसकी वजह से पूरे देश में सिख समुदाय गुस्से में है. पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और पूर्व भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह ने इसे लेकर नाराजगी जताई है और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से दोषी पुलिसवालों के खिलाफ जल्द कार्रवाई की मांग की है.
बताया जा रहा है कि बलविंदर सिंह के पास से 9 एमएम की एक पिस्टल भी जब्त की गयी थी. हिरासत में लिए जाने के बाद उन्होंने पिस्टल का लाइसेंस दिखाया, जो अगले साल जनवरी तक मान्य है. बलविंदर सिंह भारतीय सेना के एक पूर्व सैनिक हैं, जो कि राष्ट्रीय राइफल्स बटालियन में अपनी सेवाएं दे चुके हैं.
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने बताया कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बंगाल पुलिस के उस कृत्य पर दुख जाहिर किया है, जिसमें गिरफ्तारी के दौरान सिख युवक की पगड़ी गिरा दी गयी है. मुख्यमंत्री ने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से सिखों की भावनाओं को आहत करने वाले पुलिस अधिकारी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की है.
पूर्व भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह ने भी इस मामले में नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने ट्विटर पर वीडियो को शेयर करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से कार्रवाई की मांग की है. हरभजन ने बीजेपी नेता इंद्रप्रीत सिंह बख्शी के वीडियो को शेयर किया हैं और सीएम ममता को टैग करते हुए कार्रवाई की अपील की है.
सिखों के प्रमुख संगठन शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से आरोपी पुलिस वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने ट्विटर पर लिखा है कि सिख सुरक्षाकर्मी बलविंदर सिंह पर बर्बर हमले और उनकी पगड़ी गिराए जाने की घटना बेहद आपत्तिजनक है. इससे दुनियाभर में रहने वाले सिख समुदाय की भावनाएं आहत हुई हैं.