लखनऊ. हरियाणा और पंजाब में जलाई जा रही पराली का असर अब लखनऊ में भी दिखने लगा है. पश्चिम से आ रही हवा ने यहां की हवा में भी जहर घोलना शुरू कर दिया है. दिल्ली और एनसीआर के बाद अब लखनऊ में भी प्रदूषण के स्तर में अचानक वृद्धि हुई है. पिछले लगभग एक सप्ताह से हवा की गुणवत्ता मध्यम श्रेणी से खराब श्रेणी में पहुंच गई है. यहां की एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 249 माइक्रोग्राम तक पहुंच गई है.
केन्द्रीय प्रदूषण बोर्ड की मानीटरिंग में सप्ताहभर पहले यानी 11 अक्तूबर को हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में थी. उस दिन एक्यूआई 209 माइक्रोग्राम रिकार्ड की गई थी. लेकिन उसके बाद यह 200 से नीचे यानी मध्यम श्रेणी में पहुंच गई. यह स्थिति शुक्रवार तक बनी रही. लेकिन शनिवार को अचानक से इसमें वृद्धि हुई. आने वाले समय में और भी इसके और बढ़ने की आशंका व्यक्त की जा रही है. विशेषज्ञों का मानना है कि यह पश्चिम से आ रही हवा का असर है. इसमें अभी और वृद्धि होने से इनकार नहीं किया जा सकता है.
प्रदूषित शहरों में लखनऊ 18वें स्थान पर
प्रदूषित शहरों में लखनऊ शुक्रवार को 18वें स्थान पर रहा. सबसे प्रदूषित शहर कुरुक्षेत्र रहा. यहां पर एक्यूआई 348 माइक्रोग्राम रिकार्ड किया गया है. दूसरे स्थान पर मुजफ्फनगर (341) व तीसरे स्थान पर ग्रेटर नोएडा (330) रहा. दिल्ली सहित गाजियाबाद, मेरठ, मुरादाबाद, बुलंदशहर, आगरा, बागपत शहर की हवा भी खराब श्रेणी में दर्ज की गई है.