नई दिल्ली. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने शुक्रवार 23 अकटूबर को कहा कि देश में कोविड-19 महामारी की स्थिति को निर्धारित करने में अगले तीन महीने निर्णायक साबित होने जा रहे हैं. उन्होंने लोगों से अनुरोध किया कि आगामी त्योहारों के दौरान और सर्दियों के मौसम में पूरी तरह से एहतियात बरतें. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पिछले तीन महीने में देश ने कोविड-19 से निपटने में उल्लेखनीय प्रगति की है.
उन्होंने कहा कि देश में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या सात लाख से कम है और संक्रमण के मामलों के दोगुना होने में लगने वाला समय बढ़ कर 97.2 दिन हो गया है. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि हर्षवर्धन ने कोविड-19 को लेकर तैयारियों की उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य और मेडिकल शिक्षा मंत्रियों समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा की.
बयान में कहा गया है कि देश में एक दिन में कोविड-19 के 95,000 से अधिक नए मामले सामने आए थे, जो अब घट कर प्रतिदिन 55,000 से भी कम रह गए हैं. इस महामारी से उबरने की दर (रिकवरी रेट) 90 फीसदी तक पहुंचने वाली है. वहीं, कोरोना से होने वाली मृत्यु की दर भी घट रही है. यह दर इस समय 1.51 फीसदी है और यह एक फीसदी से भी कम के लक्ष्य की ओर बढ़ रही है.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि शुरुआती दौर में देश में कोविड-19 की जांच लिए सिर्फ एक प्रयोगशाला थी. अब ऐसी प्रयोगशालाओं की संख्या 2000 है. वहीं, देशभर में की गई जांच की संख्या 10 करोड़ के आंकड़े को पार कर गई है. हर्षवर्धन ने कहा कि यह एक सकारात्मक संकेत है जो बताता है कि हम सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं.
उन्होंने कहा कि इस महामारी से निपटने के लिए उपयुक्त कदम उठाये जा रहे हैं, लेकिन लेकिन अगले तीन महीने देश में कोविड-19 की स्थिति को निर्धारित करने में निर्णायक होने जा रहे हैं. यदि हमने आने वाले त्योहारों के दौरान और सर्दियों के मौसम में पर्याप्त सतर्कता बरती और कोविड-19 से जुड़े दिशा-निर्देशों का पालन किया, तो हम कोरोना वायरस का मुकाबला करने में बेहतर स्थिति में होंगे.